शिमला: राजधानी में सफाई के पद ठेके पर देने से खफा सचिवालय कर्मचारी यूनियन ने सचिवालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारी यूनियन ने सरकार से फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग की है.
पद भरने के फैसले पर दोबारा विचार की मांग
हिमाचल सचिवालय में सफाई कर्मचारियों के 28 पदों को ठेके पर भरने से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भड़क उठे हैं. सरकार के फैसले के खिलाफ सचिवालय भवन लोकायुक्त कमीशन के प्रधान टेकराम शर्मा के नेतृत्व में नारेबाजी की. कर्मचारियों ने सफाई कर्मचारियों के 28 पद ठेके पर भरने के फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग करते हुए कहा कि फैसला वापस न लिए जाने की स्थिति में आंदोलन तेज होगा. ऐसी स्थिति में सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर भी जा सकते हैं.
कर्मचारी यूनियन का प्रदर्शन कर्मचारियों की नहीं ले रहा कोई सुध
टेकराम शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी प्रमोशन ले रहे हैं जबकि निचले वाले कर्मचारियों की कोई नहीं सुन रहा है. उन्होंने कहा कि 20 साल की नौकरी होने के बावजूद मुझे पदोन्नति नहीं मिल रही है. फाइनेंस वाले फंड की कमी का अड़ंगा लगा रहे हैं, लेकिन पहले अधिकारियों का जहां मारुति कार मिलती थी. वहां पर आप 30 30 लाख की गाड़ियां खरीद रहे हैं तो अधिकारियों की गाड़ियों के लिए कहां से पैसे आ रहे हैं.
कम हो रही क्लास फोर के कर्मचारियों की संख्या
टेकराम शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को दो से तीन बार लिख कर दिया कि इन विषयों पर यूनियन के कर्मचारी बात करना चाहते हैं. लेकिन अधिकारियों की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि सचिवालय में पहले 292 पदों पर क्लर्क नियुक्त थे जो कि अब 701 होने जा रहे हैं. लेकिन दूसरी तरफ क्लास फोर के कर्मचारियों की संख्या घटती जा रही है और अब आउट सोर्स का नया चलन शुरू कर दिया गया है. हमारी यूनियन इसका पुरजोर विरोध करती है और हर हालत में प्रदेश सरकार को यह फैसला वापस लेना होगा.
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