शिमला: कोविड-19 के इस संकट काल में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल की कुर्सी स्वास्थ्य निदेशक के वॉयरल ऑडियो की भेंट चढ़ गई. एक हफ्ते तक सियासी हलचल के बाद बुधवार को भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने अचानक अपना इस्तीफा पार्टी के बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दिया.
साथ ही एक वीडियो जारी कर बिंदल ने कहा कि उन्होंने उच्च नैतिक मापदंड का पालन करते हुए इस्तीफा दिया है. देर शाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिंदल का त्यागपत्र मंजूर कर लिया. इस बीच हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राजीव बिंदल ने नैतिकता का तकाजा देखते हुए त्यागपत्र दिया है. सीएम ने जोर देकर ये भी कहा कि वायरल ऑडियो मामले की निष्पक्ष जांच होगी.
वहीं, पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने भी राजीव बिंदल के त्यागपत्र को स्वागत के लायक कदम बताया है. फिलहाल, नई परिस्थितियों में अब हिमाचल भाजपा में वर्किंग प्रेजीडेंट नामित किया जाएगा. उसके बाद ही अगले पार्टी मुखिया के चुनाव का रास्ता साफ होगा.
इसके साथ ही भाजपा में नए अध्यक्ष के लिए भी दौड़ तेज हो जाएगी. ये एक तरह से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनकी सरकार की अग्निपरीक्षा भी है. समूचा प्रदेश कोरोना संकट से जूझ रहा है और हिमाचल में ठीक उस विभाग का मुखिया घूसखोरी में गिरफ्तार होता है, जिसके कंधे पर कोरोना से निपटने की जिम्मेदारी थी.
स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. अजय गुप्ता वायरल ऑडियो में कथित लेनदेन की बात करने पर गिरफ्तार हुए हैं और पुलिस रिमांड में हैं. इस घोटाले के तार घूम-फिर कर भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल की तरफ जा रहे थे.
ये बात अलग है कि अभी जांच एजेंसी के पास इस तरह का कोई सिरा हाथ नहीं आया है, लेकिन ऑडियो वायरल होने के बाद भाजपा में अपने ही लोग नेतृत्व पर अंगुली उठाने लगे थे. इन सारी अटकलों पर बुधवार दोपहर को उस समय विराम लग गया, जब राजीव बिंदल ने अपना इस्तीफा दे दिया. देर शाम त्यागपत्र मंजूर भी हो गया.