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जयराम सरकार के 3 साल पर बोले कैबिनेट मंत्री गोविंद ठाकुर, शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता नहीं मंजूर - exclusive interview of govind thakur

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने जयराम सरकार के 3 साल के कार्यकाल को बेमिसाल बताया है. उन्होंने कहा 2 साल के कार्यकाल में सरकार ने विकास की रफ्तार पकड़ी थी, लेकिन तीसरे साल कोरोना महामारी के कारण रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ पड़ गई. कोरोना वैक्सीन आने के बाद सरकार दो सालों में एक साल के घाटे को लाभ में बदलने की कोशिश करेगी.

गोविंद सिंह ठाकुर, शिक्षा मंत्री
गोविंद सिंह ठाकुर, शिक्षा मंत्री

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Published : Dec 25, 2020, 12:30 PM IST

Updated : Dec 26, 2020, 10:16 PM IST

शिमला: जयराम सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने ईटीवी भारत से खासबातचीत की. शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का अब तक का कार्यकाल शानदार रहा है. बीजेपी सरकार के राज में प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है.

कोरोना के कारण विकास की रफ्तार हुई धीमी

शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस साल विकास की रफ्तार में थोड़ी कमी आई है. उन्होंने कहा कि अभी थोड़े दिन में वैक्सीन आने वाली है, जिसके बाद प्रदेश सरकार आगे आने वाले दो साल में विकास की धीमी रफ्तार को तेजी देगी.

मानव भारती फेक डिग्री मामले में प्रदेश सरकार गंभीर

शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार मानव भारती फेक डिग्री मामले को लेकर गंभीर है. मामले में कार्रवाई जारी है. लगातार गिरफ्तारियां की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर जरूरी होगा तो प्रदेश सरकार यूनिवर्सिटी को अपने अधीन करने से पीछे नहीं हटेगी. इसके अलावा रेगुलेटरी कमीशन बेहतर ढंग से अपना काम कर रहा है. सरकार ने मानव भारती यूनिवर्सिटी के लिए अपना एडमिस्टेटर काम पर लगा रखा है.

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जयराम सरकार शिक्षा की गुणवत्ता से नहीं करेगी समझौता

निजी विश्वविद्यालयों में योग्यता पूरी नहीं करने वाले वीसी की नियुक्तियों पर बोलते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राइवेट यूनिवर्सिटी रेगुलेटरी कमीशन अपना कार्य बेहतर तरीके से कर रहा है. प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि जहां-जहां योग्यता पूरी नहीं करने वाले वीसी हैं. उनमें से कुछ ने खुद त्यागपत्र दिए हैं.

नई शिक्षा नीति से सुधरेगा शिक्षा स्तर

21वीं शताब्दी की पहली राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे सामने आई है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सही तरीके से लागू करना और टास्क फोर्स गठित करने के बाद जमीनी स्तर पर हिमाचल सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति प्रदेश और देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है. इससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्री प्राईमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक के बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी आने नहीं दी जाएगी.

Last Updated : Dec 26, 2020, 10:16 PM IST

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