शिमला: राजधानी शिमला के समरहिल चौक पर भगत सिंह और बालूगंज में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति ना लगाने पर डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया(DYFI) भड़क गई है. उन्होंने नगर निगम पर भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं. बुधवार को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया(डीवाईएफआई) और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ता नगर निगम की महापौर के कार्यालय पहुंचे, लेकिन महापौर कार्यालय में नहीं मिली.
महापौर के ना मिलने पर डीवाईएफआई के कार्यकर्ता भड़क गए और नगर निगम पर शहर की जनता को रामभरोसे छोड़ने के आरोप लगाए. साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द भगत सिंह की प्रतिमा को समरहिल चौक पर स्थापित करने की मांग की
विवेकानंद की मूर्ति स्थापित करने में MC की आनाकानी
डीवाईएफआई के शिमला सचिव चंद्रकांत ने कहा कि पिछले 3 सालों से वे समरहिल चौक पर भगत सिंह की प्रतिमा लगाने और बालूगंज में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर नगर निगम की महापौर को ज्ञापन सौंपते रहे. कई बार कार्यालय में आते हैं तो यहां पर महापौर ही नहीं मिलती. इससे शहर के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चंद्रकांत ने कहा कि नगर निगम यह तर्क दे रहा है कि शहर में फिलहाल किसी की भी मूर्ति नहीं लगेगी. उन्होंने कहा कि रिज मैदान पर प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा लगाने को लेकर मंजूरी दी जाती है, लेकिन शहीद भगत सिंह और स्वामी विवेकानंद की मूर्ति स्थापित करने के लिए नगर निगम आनाकानी ही करता रहा है.