शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है. प्रदेश में इस बार कम बारिश से सूखे की स्थिति पैदा हो गई है. मार्च महीने में प्रदेश में 41.7 मिलीमीटर बारिश हुई है. यह बारिश सामान्य से 62 प्रतिशत कम है. प्रदेश के कई जिलों में बहुत कम बारिश हुई है. सिरमौर, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में सबसे कम बारिश हुई है.
मार्च में प्रदेश में हुई कम बारिश
मार्च में हिमाचल में 13 बार बारिश हुई. इनमें से सिर्फ 5 बार बड़े पैमाने पर बारिश हुई. हिमाचल प्रदेश में मार्च महीने के दौरान सबसे कम बारिश 2004 में दर्ज की गई थी. इस दौरान सिर्फ 0.5 मिलीमीटर बारिश ही दर्ज की गई. यह बारिश सामान्य से 99 प्रतिशत कम थी. वहीं, 2008 में भी बहुत कम बारिश दर्ज की गई थी. इस वर्ष में 4.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. यह सामान्य से .96 प्रतिशत कम थी. वहीं, 2015 में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इस वर्ष 190.8 मि.मी. बारिश दर्ज की गई. यह सामान्य से 82 प्रतिशत ज्यादा थी. वहीं, इस बार मार्च में बारिश कम ही हुई है जिसका असर जल स्त्रोतों पर दिखने लगा है. राज्य में कई पेयजल स्कीमें बारिश कम होने की वजह से सूख गई हैं, तो अधिकतर स्कीमों में पानी का स्तर कम हो गया है.