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Himachal News: अब ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज के बिना पास नहीं होगी सड़कें, हाई पावर कमेटी करेगी निगरानी, सुक्खू सरकार ने लिया फैसला

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को पहुंचा है. प्रदेशभर में सैकड़ों सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई. जिसे देखते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने प्रदेश में आगे से बनने वाली सड़कों के लिए ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज जरूरी ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज अनिर्वाय कर दिया है. इसके बिना सड़कें पास नहीं की जाएगी. (Sukhu Govt on Himachal Roads) (Himachal News)

Sukhu Govt on Himachal Roads
सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की बैठक

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Published : Aug 19, 2023, 2:21 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में बरसात के सीजन में सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है. जिसकी एक बड़ी वजह सड़कों में ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज न होना है. जिसके चलते सड़कों को भारी क्षति पहुंच रही है. प्रदेश सरकार ने अब यह फैसला लिया है कि नई सड़कों में ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज बनाना जरूरी होगा. इसके बिना सड़कें पास नहीं की जाएगी.

ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज जरूरी: शिमला में उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में अब से बनने वाली सभी सड़कों में ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज बनाना जरूरी किया जाएगा. इसकी निगरानी के लिए एक हाई लेवल कमेटी और निगरानी टीमों का गठन किया जाएगा. सीएम ने कहा कि ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज न होने की वजह से सड़कें बारिश के दिनों में टूट जाती हैं. इसलिए अब से जिन सड़कों में निर्माण के समय ड्रेनेज नहीं होगी, उन्हें पास नही किया जाएगा. इसके साथ सड़कों की क्वालिटी का भी खास ख्याल रखा जाएगा.

24 घंटे में बहाल हो सड़कें: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल में भारी बरसात के चलते हुए नुकसान की रिपोर्ट लेकर अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. सीएम ने निर्देश दिए की प्रदेश में बाधित सड़कों को 24 घंटों में बहाल किया जाए. पीडब्ल्यूडी को लैंडस्लाइड से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को खोलने के लिए भारी मशीनरी और इंस्ट्रूमेंट्स का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि मंडी जिले में बंद हो चुके मेन रोड को खोलने के लिए ज्यादा मशीनरी और लोगों की जरूरत है. सड़कें पहाड़ों की लाइफ लाइन हैं और इन्हें सुचारू बनाए बेहद जरूरी है. सीएम ने कुल्लू में नदी किनारों पर हो रहे भूमि कटाव को रोकने के लिए साइंटिफिक तरीके अपना कर इसका प्रबंधन करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि इसके लिए एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी को दूरगामी उपाय करने की जरूरत है.

SDRF को दी 2 क्रेन:सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल में एसडीआरएफ कंपनियों को 2-2 क्रेन मुहैया करवाने का फैसला लिया है. ये आपदा प्रबंधन और बचाव कार्यों में तीव्रता लाने में मददगार साबित होगी. सीएम ने कहा कि सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (DDMA) को ड्रोन भी मुहैया करवाए जाएंगे. इससे मैंपिंग और निगरानी के अलावा आपदा के समय लोगों को सामान व मेडिकल हेल्प पहुंचाने में भी सहायक होगा.

छत्तीसगढ़ सरकार ने दिए 11 करोड़: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दौरान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आपदा की घड़ी में हिमाचल की मदद करने पर आभार जताया गया. सीएम ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में आपदा से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने 11 करोड़ रुपये की सहायता राशि आपदा राहत कोष में डोनेट की है. जिसके लिए सीएम ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया है.

CM ने अंशदाताओं का जताया आभार: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में भारी बरसात के कारण 10,000 करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है. प्रदेश सरकार लगातार राहत और पुनर्वास के लिए काम कर रही है, लेकिन इसके लिए सरकार को हजारों करोड़ों रुपयों की जरूरत है. इसलिए सीएम ने इस मुश्किल घड़ी में खुले दिल से हिमाचल प्रदेश के लिए डोनेशन देने वालों के प्रति आभार व्यक्त किया है.

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