शिमला: डिविजनल कमिश्नर शिमला राजीव शर्मा सरकाघाट के युवक के अंतिम संस्कार में हुई लापरवाही के मामले की जांच करेंगे. राज्य सरकार ने उनके हाथों में मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है. राजीव शर्मा को 7 दिन में जांच रिपोर्ट देनी होगी. मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में भी होगी.
बता दें कि शिमला में सरकाघाट के युवक की कोरोना से मौत हो गई थी. युवक किडनी की बीमारी से पीड़ित था. मौत के बाद रिपोर्ट आने पर युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी. युवक का अंतिम संस्कार जिला प्रशासन ने आनन-फानन में ही रात को कर दिया था.
इसके साथ ही एक महिला अफसर को रात के समय अंधेरे में शमशान घाट पर अकेले भेज दिया गया था. इसके बाद मीडिया में मामला उछला था. युवक के शव के हुए इस बर्ताव की चारों तरफ आलोचना हुई थी. किरकरी होती देख सरकार ने मंडलायुक्त शिमला राजीव शर्मा को जांच का जिम्मा सौंपते हुए एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है. प्रदेश सरकार को मामले पर रिपोर्ट भी हाइकोर्ट में सौंपनी है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि प्रदेश सरकार यही जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी.
बता दें कि 5 मई को मंडी के सरकाघाट के 21 वर्षीय युवक की आईजीएमसी शिमला में मौत हो गई थी. 1 मई को युवक दिल्ली से किडनी का इलाज करवाकर लौटा था. इसके बाद शव की शिमला के कनलोग में अंत्येष्टि हुई. जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम शिमला ने बिना परिवार की मौजूदगी आधी रात को संस्कार कर दिया था.