शिमला: कोरम पूरा नहीं होने के चलते शिमला जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन नहीं हो पाया. कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही समर्थित जिला परिषद सदस्य बचत भवन में नहीं पहुंचे. कोरम 12 बजे तक भी पूरा नहीं हुआ तो उपायुक्त आदित्य नेगी ने बैठक को स्थगित कर दिया. अब बैठक की अगली तारीख 11 फरवरी तय की गई है.
जिले में जिला परिषद बनाने के लिए कांग्रेस के पास लगभग पूरा बहुमत है. कोरम पूरा करने के लिए माकपा समर्थित तीन सदस्य भी बचत भवन पहुंच गए थे. ऐसे में कांग्रेस समर्थित सदस्य अगर समय पर पहुंच जाते तो जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव समय पर ही हो सकते थे. भाजपा समर्थित सदस्यों के पहले से ही पहुंचने की उम्मीद बहुत कम थी. सूत्रों की मानें तो दो दिन की मैराथन बैठकों के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों पर ही सहमति नहीं बना पा रही है.
बर्फबारी के बीच राजधानी शिमला में राजनीति तेज
कांग्रेस के विधायक अपने हलके के सदस्यों को कुर्सी तक पहुंचाना चाहते हैं. इसी जंग में कांग्रेस नेताओं के बीच में सहमति नहीं बन पा रही है. वीरवार को बैठक में चुनाव न होने के बाद अब भाजपा भी सक्रिय हो सकती है. इसलिए कांग्रेस को अपने कुनबे को बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है. शहर में सुबह से ही कड़ाके की ठंड के बावजूद राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गरमाया था. कांग्रेस ऑफिस से लेकर विधानसभा में एक विधायक के आवास में कांग्रेस की बैठकें चल रही थीं. इसमें कौन किसे समर्थन देगा, इस पर भी विस्तार से चर्चा हो रही थी.
माकपा के पहुंचे थे 12 सदस्य