शिमला:आदर्श चुनाव आचार संहिता (Code of conduct in Himachal) की शिकायतों पर करवाई शुरू हो गई है. चुनाव आयोग संबंधित विभागों को शिकायतों पर करवाई करने के निर्देश जारी कर रहा है. ओपीएस बहाली की पोस्ट सोशल मीडिया पर डालने पर पूर्व शिक्षा मंत्री के ओएसडी रहे डॉ. मामराज पुंडीर के खिलाफ कारवाई के आदेश दिए गए हैं. इससे पुंडीर की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. चुनाव आयोग ने पुंडीर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. आयोग ने कांग्रेस की शिकायत पर यह कड़ी कार्रवाई की है.(Departmental inquiry ordered against Mamraj Pundir).
चुनाव आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधान सचिव शिक्षा से संबंधित कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस भेज कर जवाब मांगने और इस मामले में विभाग स्तर पर उठाए गए कदम से आयोग को अवगत कराने के निर्देश दिए थे. कांग्रेस के लीगल डिपार्टमेंट की ओर से बीते दिनों इस बारे में शिकायत की गई थी. लीगल डिपार्टमेंट के वर्किंग चेयरमैन प्रणय प्रताप सिंह ने शिकायत में कहा था कि इस तरह की खबरों से लगातार लोगों को बरगलाने का काम किया जा रहा है.
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कुछ सरकारी कर्मचारी भी फेक न्यूज फैलाने का काम कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर ओपीएस बहाली करने का दावा किया जा रहा है. जबकि केंद्र सरकार द्वारा इस तरह का कोई फैसला नहीं लिया गया है. प्रणय प्रताप सिंह ने कांग्रेस की ओर से फेक न्यूज फैलाने पर मामराज पुंडीर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. सोशल मीडिया पर कुछ दिन पहले केंद्र सरकार की ओर से ओपीएस बहाली की फेक न्यूज प्रसारित की जा रही थी.(Mamraj Pundir Post on OPS)
पूर्व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के तत्कालीन ओएसडी एवं शिक्षक नेता डॉ. मामराज पुंडीर पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट से यह फेक न्यूज पोस्ट की. इस तरह चुनावी आचार संहिता के दौरान कर्मचारियों को बरगलाने का काम किया गया. इसके बाद शिक्षा विभाग ने पुंडीर को कारण बताओ नोटिस जारी कर डॉ. पुंडीर से जवाब तलब किया था. अब चुनाव आयोग ने पुंडीर को चार्जशीट करने और उनके खिलाफ विभागीय जांच करने के आदेश दिए हैं.
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