कोटा(राजस्थान):जेके लोन अस्पताल में 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत का मामला पूरे देश भर में छाया हुआ है. केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक की कमेटियां यहां कर जांच कर कर चली गई है. इन कमेटियों ने बच्चों की मौत को स्वभाविक तो नहीं माना, लेकिन चिकित्सक की लापरवाही होने को भी नकार दिया है.
बात की जाए दिसंबर माह की 100 बच्चों की मौत हो चुकी है. 21 से 31 दिसंबर की बात की जाए तो, जेकेलोन अस्पताल में 42 बच्चों की मौत इन दिनों में हुई है. पूरे वर्ष 2019 की बात की जाए तो यह आंकड़ा बढ़कर 963 पर चला गया है. हालांकि बीते 6 सालों में यह सबसे कम है.
साल 2019 के जनवरी माह में 72, फरवीर में 61, मार्च में 63, अप्रैल में 77, मई में 80, जून में 65, जुलाई में 76, अगस्त में 87, सितंबर में 90, अक्टूबर में 91, नवंबर में 101 और दिसंबर में 100 नवजात बच्चों की मौतें दर्ज की गई हैं.
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आंकड़े ये भी बताते हैं कि बीते 6 सालों में यह सबसे कम है. साल 2014 में 1198, साल 2015 में 1260, साल 2016 में 1193, साल 2017 में 1027, साल 2018 में 1005 और साल 2019 में 963 नवजात बच्चों की मौतें दर्ज की गई हैं.