शिमला:हिमाचल में बीते 54 दिनों में 145 मौतें हुई हैं. इनमें एक तिहाई जानें केवल दो जिलों शिमला और मंडी जिले में गई हैं. यही नहीं इस दौरान हुई कुल मौतों में से करीब 62 फीसदी मौतें सड़क हादसों की वजह से हुई हैं. वहीं, पहाड़ी या अन्य जगहों से गिरने की वजह से भी करीब 22 फीसदी मौत के मुंह में समा गए. स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की रिपोर्ट में यह सामने आया है. हिमाचल में सर्दियों के मौमस में काफी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की रिपोर्ट ने 1 जनवरी से 23 फरवरी तक जो रिपोर्ट तैयार की है, उसके मुताबिक इस अवधि में कुल 145 लोगों की पूरे प्रदेश में मौत हुई.
शिमला और मंडी मौतों के मामले में सबसे आगे रहा है. इन दोनों जिलों में 25-25 मौतें हुई हैं. सिरमौर जिला 18 लोगों की मौत के साथ तीसरे स्थान पर है. इसके बाद चंबा में 14 लोगों की जान, सोलन में 13, कुल्लू में 12 लोगों की जान गई है. हमीरपुर में 6, कांगड़ा में 7 लोगों की मौत इस दौरान हुई हैं. हालांकि किन्नौर और लाहौल स्पीति में सबसे कम मौतें हुई हैं. किन्नौर जिला में 4 और लाहौल स्पीति में मात्र 2 मौतें इस अवधि में हुई हैं.
62 फीसदी मौतें सड़क हादसे की वजह से हुईं: हिमाचल में अगर होने वाली मौतों को देखें तो सड़क हादसे अधिकतर मौतों की वजह बने हैं. करीब 62 फीसदी लोगों की जान सड़क हादसों में गई हैं. इस दौरान 90 लोग सड़क हादसों में मौत के शिकार हो गए . इनमें 17 लोगों की मौत शिमला जिला में, 11 मंडी में, 13 सिरमौर जिले में मौतें हुई हैं. सोलन और ऊना में 8-8, चंबा और कांगड़ा में 7-7, बिलासपुर और कुल्लू में 6-6 मौतें सड़क हादसों में हुईं. किन्नौर में 4 लोगों, हमीरपुर में 3 लोगों की जान इस दौरान गई. हिमाचल में सड़क हादसों से वैसे भी काफी जानें जाती हैं, मगर सर्दियों में ऊंचाई वाले इलाकों में सड़कें बर्फ या पानी जमने से फिसलन भरी बनी होती है. जिससे सड़क हादसे ज्यादा होते हैं.