शिमला: भट्ठाकुफर फल मंडी की अब सॉयल टेस्टिंग की जाएगी. उसके बाद ही इस सीजन में मंडी में कारोबार शुरू किया हो सकेगा. जिला प्रशासन ने एपीएमसी को मंडी में पड़े मलबे को हटाने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन सॉयल टेस्टिंग करवाने के निर्देश जिला उपायुक्त आदित्य नेगी ने दिए हैं. ऐसे में मार्केटिंग बोर्ड विशेषज्ञों से इस मिट्टी की जांच करवानी होगी. यदि यहां पर भूस्खलन होने की संभावना होगी तो, मंडी में इस बार कारोबार नहीं हो पाएगा.
15 दिन में बाद चेरी का सीजन शुरू
ऐसे में इस बार बागवानों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. 15 दिन में बाद चेरी का सीजन शुरू होने वाला है और 75 फीसदी चेरी भट्ठाकुफर मंडी में बिकती है और करोड़ों का कारोबार होता है, लेकिन इस साल मंडी बंद होने के कारण चेरी के कारोबार पर संकट के बादल घिर आए हैं.
मंडी से मलबा हटाने की मिली अनुमति