शिमला: सोलन में हुए बड़े हादसे के बाद भी लोग असुरक्षित भवनों के मोहमाया में फंसे हुए हैं. लगता है जब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हो जाता तब तक प्रशासन भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं करेगा. ठियोग उपमण्डल के मुख्य बाजार यानी राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर एक जर्जर भवन बड़े हादसे को न्यौता दे रहा है.
ठियोग उपमण्डल के मुख्य बाजार यानी राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर एक जर्जर भवन बड़े हादसे को न्यौता दे रहा है. मुख्य राजमार्ग पर स्थित ये भवन कभी भी गिर सकता है. भवन का बाहरी हिस्सा पूरा टूट गया है. जिसमे दरारें दूर से देखी जा सकती हैं, लेकिन भवन के मालिक ने इसे अभी भी किराए पर दे रखा है. इसमें कई दुकानों के स्टोर रूम हैं, जिसमें लाखों का सामना रखा गया है.
यही नहीं जब ईटीवी भारत ने इसकी पड़ताल की तो पता चला की भवन की सबसे ऊपर वाली मंजिल में किरायेदार भी रह रहे हैं. वहीं, नगर परिषद इस भवन को पहले ही असुरक्षित घोषित कर चुका है, लेकिन उसकी परवाह किए बिना इसमें लोग अभी भी रह रहे हैं.
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इस भवन में रह रहे किराएदार का कहना है कि भवन को भले ही अनसेफ घोषित किया हो, लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उनका कहना है कि ये भवन नहीं गिर सकता और अगर गिरा तो इसकी जिम्मेदारी किसी ओर की नहीं उनकी खुद की होगी.
असुरक्षित भवन का जायजा लेने की खबर मिलते ही नगर परिषद की अध्यक्ष वंदना सूद ने अपनी टीम के साथ जाकर इस भवन का जायजा लिया और किरायेदार व भवन मालिक से इस घर को खाली करने को कहा. नगर परिषद अध्यक्ष का कहना है कि एक साल पहले से इसको असुरक्षित घोषित कर खाली करने को कह दिया गया था, लेकिन अभी तक ये खाली नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि इस भवन को खाली करने के लिए फिर से नोटिस भेजा जाएगा, जिससे ये गिरने से पहले खाली हो सके और कोई जान-माल का नुकसान न हो.
बता दें कि ठियोग में ओर भी कई असुरक्षित भवन जर्जर हालत में हैं, जिससे लोग निकलने को तैयार नहीं है. कई भवनों के अदालत के केस चल रहे हैं, लेकिन ठियोग प्रशासन और नगर परिषद सोलन हादसे के बाद अपनी तरफ से कोई कोताही नहीं बरतना चाहता. जबकि उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है.
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