शिमला: दुनिया भर में कोरोना महामारी के दौरान निजी और सरकारी काम इंटरनेट के माध्यम से किए जा रहे हैं. ऐसे में कई साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं. साइबर विभाग के पास जैसे ही शिकायत आती है वह तुरन्त मामले की जांच में लग जाता हैं, लेकिन साइबर विभाग का कहना है कि जांच के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा सूचना समय पर नहीं मिलने से जांच प्रभावित होती है.
हिमाचल प्रदेश साइबर विभाग के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि साइबर अपराध के मामले आते ही वह फेसबुक, पेटीएम, ई-वॉलेट, बैंक से सूचना मांगने के लिए पत्र लिखते हैं, लेकिन उन्हें समय पर रिप्लाई नहीं आता है.
उन्होंने बताया कि कई बार सूचना मिलने में 2 से 3 महीने लग जाते हैं, जिसके कारण मामलों की जांच लटक जाती है. एएसपी ने बताया कि 60 फीसदी मामले सुलझा लिए जाते हैं, जबकि 40 फीसदी मामले अभी भी विभाग द्वारा मांगी गई सूचना का रिप्लाई नहीं मिलने से लटके पड़े हैं.