शिमला: हिमाचल की सुखविंदर सिंह सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. जीरो एनरोलमेंट वाले स्कूल बंद किए जाएंगे. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिमला में मीडिया से बातचीत में बताया कि विभाग से रिपोर्ट आने के बाद ये पाया गया है कि प्रदेश में 228 प्राइमरी स्कूल में एक भी छात्र नहीं है. इस तरह जीरो एनरोलमेंट वाले सभी स्कूल बंद किए जाएंगे. जीरो एनरोलमेंट वाले 56 मिडल स्कूल भी बंद होंगे. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि राज्य में 3000 प्राइमरी स्कूलों में एक ही टीचर काम कर रहा है. इसी करह 455 प्राइमरी व मिडल स्कूलों की व्यवस्था डेपुटेशन में तैनात अध्यापक संभाल रहे हैं.
विभाग में टीचिंग व नॉन टीचिंग के करीब 12 हजार पद खाली हैं. सुखविंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालने के बाद ऐसे शिक्षण संस्थानों की रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए थे, जिनमें जीरो एनरोलमेंट है. अब प्रारंभिक व उच्च शिक्षा निदेशालय से रिपोर्ट आने के बाद सरकार ने स्कूल बंद करने का फैसला लिया है. यही नहीं, राज्य सरकार ने अब स्कूलों को फंक्शनल रखने के लिए न्यूनतम छात्रों की संख्या का मापदंड भी तय किया है. अब प्राइमरी स्कूल में कम से कम 10 बच्चे होना अनिवार्य है. इसके अलावा मिडल स्कूल को फंक्शनल रखने के लिए कम से कम 15 छात्र और हाई स्कूल के लिए ये संख्या 20 रखी गई है.