शिमलाः रिज मैदान के निचे बने टैंक में दरारें बढ़ने से ऐतिहासिक रिज मैदान पर खतरा मंडराने लगा है. जिसे भांपते हुए प्रशासन ने यहां बड़ी रैली या जनसभा न करने की हिदायत दी है. बताया जा रहा है बीजेपी रिज मैदान पर पीएम मोदी की रैली करवाने को लेकर मंथन कर रही थी. जिसके बाद आईआईटी रुड़की और आईआईटी दिल्ली को नगर निगम ने पत्र लिखा था और इसके मुरम्मत का आग्रह किया था, लेकिन दोनों ओर से कोई जवाब नहीं आया. वहीं, सतलुज जल विद्युत निगम ने इसकी मुरम्मत की हामी भर दी है.
रिज मैदान पर अब नहीं होगी कोई भी बड़ी रैली, 110 साल पुराने पानी के टैंक में आई दरारें
दरारें बढ़ने के बाद अब विशेषज्ञों ने जिला प्रशासन और नगर निगम को यहां पर ज्यादा भार न डालने की हिदायत दी है. ऐसे में अब रिज मैदान पर किसी तरह की रैली की अनुमति नहीं दी जाएगी. जानकारी के अनुसार रिज मैदान में बने पानी के टैंक में सफाई के दौरान दरारें नजर आई थी.
बता दें कि 110 साल पहले ब्रिटिशराज में रिज के नीचे वाटर टैंक बनाया गया है. टैंक में आर्क आकार के दस चैम्बर बनाए गए हैं, जिसमे पानी स्टोर होता है. इस टैंक की ऊंचाई दस मीटर है और 5 एमएलडी लगे हैं, इसमें पचास लाख लीटर पानी स्टोर होता है. यहां से मालरोड, लोअर बाजार, कृष्णानगर, कैथू, अन्नाडेल, लकड़ बाज़ार, बस स्टैंड कर अलावा कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई होती है, लेकिन अब इस टैंक में दरारें आने से नगर निगम और जिला प्रशासन की चिंता भी बड़ा दी है. बीते वर्ष नगर निगम के 45 कर्मचारियों ने इस टैंक की सफाई की थी. इस दौरान टैंक में दरारें नजर आई थी.
वहीं, अब नगर निगम ने इसको लेकर विशेषज्ञों की राय भी ले चुके हैं. उन्होंने यहां ज्यादा भार न डालने की हिदायत दी थी. जल निगम प्रबंधन के एमडी धर्मेंद्र गिल ने कहा कि ये कई सालों पुराना पानी का टैंक है. इसमें सफाई के दौरान दरारें नजर आई हैं. जिसके बाद सतलुज जल विधुत के विशेषज्ञों ने इसका निरीक्षण किया था और यहां किसी भी बड़ी रैली या ज्यादा भीड़ इक्कठी न करने की सख्त हिदायत दी. उन्होंने कहा कि हालांकि ज्यादा खतरा नहीं है, लेकिन इसके खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन को भी अवगत करवा दिया गया है.