शिमला: कोरोना संकट में लोगों को राहत देने की मांग को लेकर माकपा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से मौजूदा परिस्थिति के बारे में अपनी समझ व भावनाओं से अवगत करवाने की कोशिश की है.
माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य संजय चौहान ने कहा कि आज वैश्विक महामारी कोविड 19 के कारण दुनिया एक बड़ा संकट के दौर से गुजर रही है. इस महामारी के सामाजिक व आर्थिक रूप से चौतरफा प्रभाव देखने को मिल रहे हैं. देश व दुनिया में अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं, जिसके कारण हर क्षेत्र में कारोबार प्रभावित हुआ है और रोजगार का गंभीर संकट खड़ा हो गया है.
संजय चौहान ने बताया कि प्रदेश में भी सभी क्षेत्रों जिनमे उद्योग, पर्यटन, ट्रांसपोर्ट, कृषि व बागवानी तथा अन्य व्यापार व कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुए है. इस अवधि के दौरान इनकी गतिविधियां बंद रहने से इनको व्यापक आर्थिक क्षति हुई है और इससे बड़े पैमाने पर रोजगार का भी संकट खड़ा हो गया है. आज की इस विषम परिस्थिति में सरकार की सहायता के बिना किसी भी वर्ग को इस संकट से बाहर निकलना संभव नहीं है.
संजय चौहान ने पत्र में लिखा है कि परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आपसे अनुरोध हैं कि सरकार सुझावों व मांगो के आधार पर राहत पैकेज को घोषित कर हर वर्ग को राहत प्रदान करें.
1. प्रदेश में उद्योग, पर्यटन, ट्रांसपोर्ट, दुकानदार व अन्य कारोबार से जुड़े सभी के जीएसटी व अन्य प्रकार के सभी टैक्स का संग्रहण तथा ऋण की वसूली को एक वर्ष के लिए स्थगित किया जाए.
2. उद्योग, पर्यटन, ट्रांसपोर्ट, दुकान व अन्य कारोबार से जुड़े सभी का लॉकडाउन व कर्फ्यू के समय अवधि का कम से कम तीन माह का बिजली, पानी, प्रोपर्टी टैक्स, गार्बेज फीस व अन्य सभी प्रकार के करो व फीस में सरकार छूट प्रदान करे.
3. लॉकडाउन व कर्फ्यू के दौरान कारोबार बंद रहने के कारण जिन मजदूरों व कामगारों का तालाबंदी या छंटनी से रोजगार चला गया है सरकार उनका रोजगार सुनिश्चित करें तथा इस अवधि के वेतन का 70 प्रतिशत भाग का वहन सरकार करे और नियोक्ता को इसे राहत के रूप में प्रदान करे.