शिमला:माकपा की जिला कमेटी के सचिव संजय चौहान ने बजट को निराशाजनक करार दिया. उन्होंने कहा इस दशक के पहले बजट में देशवासियों को आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, महंगाई, कृषि संकट आदि से निपटने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाए गए हैं.
संजय चौहान ने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटकर सेवाओं के विकास में निजीकरण की नीतियों को इस बजट के माध्यम से आगे बढ़ा रही है. उन्होंने कहा सरकार ने इस बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन आदि क्षेत्रों में पी पी पी मोड को बढ़ावा देकर देश मे निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है. जिससे यह मूलभूत आवश्यकताए महंगी होगी और आम जनता की पहुंच से दूर होंगी.
शिक्षा के लिए जीडीपी का केवल 1.5 प्रतिशत का ही प्रावधान किया गया है, जो कि नाकाफी है. जिस प्रकार से जिला अस्पतालों को निजी मेडिकल कालेजों के साथ जोड़ने की बात बजट में की गई है उससे स्पष्ट होता है कि शिक्षा महंगी होगी और अस्पताल निजी हाथों में जाने से जनता को महंगा इलाज उपलब्ध होगा.
उन्होंने कहा कि बजट में कॉरपोरेट टैक्स को घटा कर नए उद्यमियों के लिए 15 प्रतिशत कर दिया है. पूर्व वर्ष में भी इसे घटा कर 22 प्रतिशत किया गया था फिर भी आर्थिक मंदी रोकने में कोई भी मदद नहीं मिली थी. इससे सरकार के राजस्व आय में कमी होगी. संजय चौहान ने कहा कि सरकार कुल राजस्व प्राप्तियों का सबसे बड़ा हिस्सा लोन व देनदारियों से प्राप्त कर रही है.