शिमला: कोरोना संकट के बीच वैक्सीन आने की खबर से लोगों में उत्साह है और लोग इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग भी वैक्सीन को लेकर अलर्ट हो गया है. वैक्सीन को कैसे लोगों तक पहुंचाना है और इसके कैसे मरीज को लगाना है इसके लिए देशभर में मॉक ड्रिल की जा रही है.
प्रदेश में फिर होगा ड्राई रन
11 जनवरी को हिमाचल में एक बार फिर से ड्राई रन किया जायेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है. राजधानी शिमला में भी इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं.
वैक्सिनेशन की मॉक ड्रिल
ड्राई रन एक तरह से कोरोना वैक्सिनेशन की एक मॉक ड्रिल है. यह डॉक्टर्स, अस्पतालों, मेडिकल स्टाफ की तैयारियों का एक टेस्ट है. इस ड्राई रन से देश के अलग-अलग हिस्सों में एक सेटअप तैयार किया गया. ड्राई रन के दौरान उन गतिविधियों को किया जाएगा जो कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान की जाएंगी.
इसलिए करवाया जा रहा ड्राई रन
ड्राई रन वेक्सिनेशन प्रक्रिया की प्रैक्टिस है, ताकि वैक्सीनेशन के समय इस प्रक्रिया को स्टीक तरीके से किया जा सके. वैक्सीनेशन को अंजाम देने के लिए एक पूरी प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा. इस प्रक्रिया में वैक्सीनेशन करने और करवाने वालों के अलावा भी कई लोगों की भागीदारी अहम होगी. इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों और उनके साथ वैक्सिनेशन के काम में जुटे कर्मचारियों के बीच तालमेल बहुत जरूरी है. इसी तालमेल के साथ वक्त आने पर वैक्सीनेशन के काम को बखूबी तरीके से अंजाम दिया जा सके, इसके लिए ड्राई रन जरूरी है.
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