शिमलाः कोरोना की वजह से ज्यादातर कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम और स्कूल बंद होने की वजह से लॉन्ड्री कारोबार से जुड़े लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इन लोगों का काम ऑफिस जाने वाले लोगों और स्कूल जाने वाले बच्चों से जुड़ा हुआ है. कोरोना ने लॉन्ड्री कारोबार को पूरी तरह से ठप कर दिया है. लॉन्ड्री कारोबार से जुड़े लोगों के लिए घर-परिवार का गुजर-बसर करना भी मुश्किल हो गया है. मकान का किराया, बच्चों की स्कूल फीस चुकाने से लेकर घर पर राशन के जुगाड़ के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है.
बीते करीब 22 साल से लॉन्ड्री का काम करने वाले राजकुमार का कहना है कि कोरोना ने उनके सामने ऐसे हालात खड़े कर दिए हैं जिसके बारे में उन्होंने कभी नहीं सोचा था. कोरोना ने उनके काम को बुरी तरह प्रभावित किया है. कामकाज ठप होने की वजह से घर परिवार का गुजर-बसर करना भी मुश्किल हुआ है. हालांकि कोरोना की पहली लहर के समय सरकार की ओर से राशन मिला लेकिन बावजूद इसके राशन के अलावा घर-परिवार के अन्य खर्चों को चलाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आने वाले समय में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका भी प्रबल है. ऐसे में कारोबार के फिर से प्रभावित होने की भी आशंका है. इस बीच यह लोग सिर्फ उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कोरोना की तीसरी न आए और काम प्रभावित न हो.