शिमला: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शिमला के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल से बड़ी दुखद घटना सामने आई है. जहां एक कोरोना पॉजिटिव महिला ने गले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर कर ली. यह पहला मामला है जहां उपचार करने के लिए चौपाल की 54 साल की महिला ने अस्पताल परिसर के भीतर ही आत्महत्या कर ली है.
महिला की आत्महत्या को लेकर हालांकि अभी जांच चल रही है, लेकिन अपने पीछे कई सवाल छोड़कर चले गए है. बीती रात करीब 12:05 मिनट की यह घटना है जहां महिला ने आत्महत्या कर दी है. जो 18 सितंबर को चौपाल अस्पताल से रेफर किया गया था.
हालांकि कार्यवाहक एमएस डॉ. एसएस नेगी ने मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. महिला की मौत को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर कई सवाल उठाए हैं. महिला के देवर और बेटे ने आरोप लगाया है कि चौपाल से डीडीयू अस्पताल में शिफ्ट करने के बाद उनकी भाभी परेशान थी, लेकिन उन्होंने यह कदम क्यों उठाया यह समझ से परे है.
उन्होंने प्रबन्धन पर आरोप लगाया है कि अस्पताल में पर्याप्त सुविधा न मिलने के चलते यह कदम उठाया है. उनका कहना है कि रात साढ़े दस बजे उनकी भाभी ने उन्हें फोन किया और कहा कि आज के बाद मुझे कॉल नहीं करना और न ही वे उनकी कॉल उठाएगी.
जब उन्होंने उससे कारण जानना चाह तो भाभी न कुछ भी कहने से मना कर दिया और कॉल काट दी. उन्होंने प्रशासन से उचित जांच करने की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.