शिमला: पूरे विश्व के साथ-साथ देश में भी कोरोना वायरस के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने देश में लॉकडाउन के आदेश जारी किए थे. वहीं, हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस को देखते हुए राज्य के सभी जिलों में कर्फ्यू लगाया गया हैं.
हिमाचल में दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन किया जा रहा हैं. प्रदेश में ‘एक्टिव केस फाइंडिंग’ अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता लोगों के घर जाकर, लोगों की स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं. पूरे राज्य में अभी तक 60 लाख से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी इकट्ठा की गई है.
प्रदेश में अभी तक कोरोना वायरस के 30 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इनमें से दो मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं और चार लोग राज्य के बाहर इलाज के लिए चले गए हैं. वहीं, हिमाचल में कोरोना वायरस से अभी तक दो लोगों की मौत हो गई हैं. कोरोना वायरस से हिमाचल में पहली मौत एक तिब्बती नागरिक की हुई है.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 23 मार्च सोमवार को तिब्बती मूल के तेनजिंग की टांडा मेडिकल कॉलेज में मौत हुई और उसी दिन पता चला था कि वह कोरोना पॉजिटिव है. दो मृतकों में से एक 70 वर्षीय महिला दिल्ली की निवासी थी और वह 15 मार्च से बद्दी की एक कंपनी के गेस्ट हाउस में रह रही थी. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर महिला की 2 अप्रैल को पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई.
4 अप्रैल को 7 मामले को पॉजिटिव पाए गए. जिनमें से 4 जो कि सोलन जिला के बद्दी से थे वो इलाज के लिए दिल्ली चले गए और 3 जो कि नालागढ़ से थे को आईजीईएमसी लाया गया. वहीं, 5 अप्रैल को एक मामला पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद 6 अप्रैल को चंबा जिला से 4 मामले पॉजिटिव से संबंध रखते हैं. 7 अप्रैल को सबसे ज्यादा 9 मामले पॉजिटिव आये सभी ऊना जिला से हैं.
अब तक कोविड-19 के लिए 900 लोगों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से 870 लोगों को निगेटिव पाया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 के 30 पॉजिटिव मामले हैं, जिनमें से दो ठीक होकर घर भेज दिए गए हैं. 4 राज्य के बाहर इलाज के लिए चले गए हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई.
प्रदेश में क्वारंनटाइन सुविधा के लिए लगभग 6600 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा 510 बिस्तर आइसोलेशन के लिए उपलब्ध है. राज्य में कोविड-19 पॉजिटिव रोगियों के लिए लगभग 450 बिस्तर उपलब्ध हैं.