शिमला:हिमाचल ने अब तक कोरोना महामारी के खिलाफ देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा बेहतर ढंग से लड़ी है, लेकिन अब फिर से प्रदेश में कोरोना के चिंताजनक आकंड़े सामने आ रहे हैं. एक्टिव केस और कोरोना से मरने वाले लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ा रहा है.
अक्टूबर की शुरुआत से ही देश के साथ-साथ हिमाचल में भी कोरोना रेट और कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या में कमी आई थी, लेकिन ठंड के दस्तक देते ही और नंवबर की शुरूआत से प्रदेश में लगातार 250 से 300 के बीच कोरोना मामले दर्ज किए जा रहे हैं.
एक नवंबर से लेकर पांच नवंबर देर शाम पांच बजे तक हिमाचल में 1427 नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, रिकवरी रेट कम होने की वजह से लगातार एक्टिव केस भी बढ़ रहे हैं.
35 दिनों में कोरोना से 164 लोगों की कोरोना से मौत
बीते एक अक्तूबर को हिमाचल में 3416 एक्टिव केस थे और कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 190 पहुंच चुकी थी. पूरे अक्टूबर माह में एक्टिव कोरोना केस 2450 के आस पास पहुंच चुके थे, लेकिन पांच नवंबर तक आते-आते एक बार फिर से एक्टिव केस तीन हजार का आंकड़ा पार करते हुए 3240 पहुंच चुका है.
वहीं, इन्ही 35 दिनों में कोरोना से 164 लोगों की कोरोना से जान भी चली गई. इसके साथ ही कोरोना का आंकड़ा मात्र एक महीने में 190 से 354 पहुंच गया.
इन जिलों में हुई सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों की मौत
मौजूदा समय में शिमला जिला में अब तक सबसे ज्यादा 80 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. उसके बाद मंडी में 44, सोलन में 40 और कुल्लू में 33 लोग अपनी जान गवां चुके हैं.
इन जिलों में दर्ज हुए सबसे ज्यादा मामले
दूसरी ओर जिलेवार अब तक दर्ज किए गए कोरोना केस की बात करें तो, सोलन, मंडी और कुल्लू जिला में ही तीन हजार से ज्यादा केस प्रत्येक जिला में दर्ज किए जा चुके हैं. लगभग 24 हजार कुल कोरोना मामलों मे से हिमाचल के शिमला, सोलन, मंडी और कुल्लू जिल में से ही 13 हजारा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं.
जनजातीय जिलों में भी सामने आचुके हैं चार सौ से ज्यादा कोरोना मामले
अगर हिमाचल के जनजातीय जिलों की बात करें तो लाहौल स्पिति में अब तक 426 और किन्नौर में 440 कोरोना केस दर्ज किए गए हैं. हालांकि बाकि जिलों के मुकाबले कोरोना केस और कोरोना से मरने वालों के आंकड़े भी कम हैं. लाहौल स्पिति में एक और किन्नौर में सात लोगों की कोरोना से मौत हुई है.
कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग और जानकारों का सर्दियों में कोरोना के मामले बढ़ने का अनुमान सही निकला. देश के कई हिस्सों में इसी तरह कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. वहीं, लोगों की ओर कोरोना से बचान के लिए बनाए गए नियमों का पालन न करने के मामले भी सामने आ रहें. इसमें आम लोगों से लेकर नेता तक सब शामिल हैं.
इसी बीच सरकार ने स्कूल और अन्य शिक्षण सस्थांनों को खोलने का मन भी बना लिया है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि आने वाला समय प्रशासन और जनता दोनो के लिए ही मुश्किल होने वाला है. देश की जनता पहले से ही डिप्रेशन, आर्थिक तंगी जैसी कई दिक्कतों से जूझ रही है. वहीं, वैक्सीन को लेकर भी कोई आधिकारिक पुष्टि सरकार की ओर से नहीं की गई है.
पढ़ें:घुमारवीं विस क्षेत्र के बारे में हमेशा सोचता था, अब जाकर मिला मंत्री पद : CM