शिमला:प्रदेश में तीन बड़े सीमेंट उद्योग हैं जहां से देश के कई राज्यों को सीमेंट की सप्लाई होती है, लेकिन हिमाचल में बनने वाला सीमेंट यहां बाहरी राज्यों के मुकाबले महंगे दामों पर मिल रहा है. सीमेंट कंपनियों द्वारा आए दिन दाम बढ़ाए जा रहे हैं.
जनवरी माह में तीनों सीमेंट कंपनियों में दस रुपये पर बैग कीमतें बढ़ा दी थी. वहीं, फरवरी माह में कंपनियों ने दोबारा से दस रुपये की वृद्धि कर दी है. प्रदेश में पहले प्रति बैग सीमेंट के दाम 410 रुपये था अब एक बैग के 420 रुपये चुकाने होंगे.
सीमेंट के दामों में हो रही वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने जयराम सरकार पर कंपनियों के साथ सांठ गांठ होने के आरोप लगाए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि प्रदेश में बनने वाला सीमेंट यहां के लोगों को ही महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा है.
कंपनियों द्वारा भी आए दिन सीमेंट के दाम मनमर्जी से बढ़ाए जा रहे हैं. सीमेंट के दामों में लगातार हो रही वृद्धि से साफ है कि सरकार की सीमेंट कम्पनियों के साथ सांठ-गांठ है. इसलिए सीमेंट कंपनियों को सरकार ने दाम बढ़ाने की पूरी छूट दे रखी है.
पड़ोसी राज्यो में सीमेंट 50 रुपये मिल रहा है. उन्होंने सरकार से जनहित में सीमेंट के दामों में कमी करने के मांग की और कहा कि सीमेंट कंपनियों की मनमानी पर भी सरकार रोक लगाए. हालांकि मुख्यमंत्री ने सीमेंट कंपनियों से बात कर दाम कम करने की बात कही है.
बता दें कि प्रदेश में बिलासपुर के बरमाणा में एसीसी सीमेंट प्लांट है और सोलन के दाडला घाट में अम्बुजा सीमेंट फेक्ट्री है, जबकि सिरमौर के राजबन में भी सीमेंट प्लांट है जहां सीमेंट बनता है और कई राज्यों में सप्लाई होती है.
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