शिमला: लाहौल स्पीति को जोड़ने के लिए बनी अटल रोहतांग टनल बनकर तैयार हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 सितंबर को इस टनल को देश को समर्पित करेंगे. वहीं, इस टनल को लेकर प्रदेश में सियासत भी गरमा गई है. कांग्रेस ने इस टनल का नाम 'अटल' रखने पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही टनल का नाम इंदिरा गांधी या स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखने की सलाह दी है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि इस टनल का सपना पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने देखा था. 2010 में सोनिया गांधी ने इस टनल के निर्माण काम का शिलान्यास किया था. साथ ही उस समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस टनल के लिए राशि जारी की थी.