हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर, NH पर सरकार ने जनता को किया गुमराह: विक्रमादित्य सिंह - केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्रालय

राष्टीय राजमार्ग की स्वीकृति न मिलने पर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य ने भाजपा पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा सीएम जयराम ठाकुर को बताना चाहिए प्रधानमंत्री कार्यालय से हरी झंडी किन कारणों से नहीं मिल पाई.

MLA Vikramaditya accusations mislead the people of the stat
विक्रमादित्य सिंह

By

Published : Jun 13, 2020, 11:53 AM IST

शिमला:केंद्र से राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति न मिलने पर कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर हो गई है. हिमाचल कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने के आरोप लगाए हैं. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है.

शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों में 69 राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर प्रचार-प्रसार किया. इस पर बीजेपी को लोगों का समर्थन भी मिला. भाजपा पूर्व कांग्रेस सरकार पर डीपीआर न बनाने के आरोप लगाती रही.

विधानसभा के अंदर और बाहर बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और अन्य नेता राष्ट्रीय राजमार्ग की डीपीआर न बनाने का ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर फोड़ते रहे, लेकिन बीजेपी का झूठ का पर्दाफाश हो गया है. केंद्र सरकार से राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति ही नहीं मिली है.

वीडियो रिपोर्ट

4 सालों से नेशनल हाईवे को लेकर हिमाचल की जनता को सरकार गुमराह करती आई है. 2016 में केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्रालय ने इन एनएच की घोषणा की थी लेकिन अभी तक इनको पीएमओ ने स्वीकृति नहीं दी है. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने खुद साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय से राष्ट्रीय राजमार्गों को अनुमति नहीं मिल पाई है. सरकार की ओर से 65 हजार करोड़ रुपये राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए मिलने के दावे किए गए थे, लेकिन हकीकत में हिमाचल को कुछ नहीं मिला है.

कांग्रेस विधायक ने कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है. जो बातें बीजेपी करती है, वो कभी पूरी नहीं होती है. राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर जयराम सरकार को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि चार साल बाद भी प्रधानमंत्री कार्यालय से स्वीकृति क्यों नहीं मिली.

ये भी पढ़ें :अकेले हुए ध्वाला! अब पवन राणा के समर्थन में उतरे बिंदल

ABOUT THE AUTHOR

...view details