शिमला: विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चल रहे गतिरोध के बीच शुक्रवार को विधानसभा में बड़ा घटनाक्रम हुआ. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध खत्म करने को लेकर शुक्रवार को बजट सत्र के छठे दिन स्पीकर चेम्बर में सत्ता पक्ष और विपक्ष की बैठक हुई.
बैठक में सत्ता पक्ष की तरफ से सीएम जयराम ठाकुर, संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज और कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह मौजूद रहे. जबकि विपक्ष की ओर से माकपा विधायक राकेश सिंघा, कांग्रेस के सुखविंद्र सिंह सुक्खू, आशा कुमारी समेत कई विधायक मौजूद रहे.
विपिन परमार की अध्यक्षता में हुई बैठक
स्पीकर विपिन परमार की अध्यक्षता की इस बैठक के बाद सदन में पांचों कांग्रेस विधायकों के निलंबन को वापस लेने का प्रस्ताव लाया गया. जिसे सदन की हरी झंडी मिल गई. अब शनिवार को सभी विधायक सदन में मौजूद रहेंगे. गौरतलब है कि शनिवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर साल 2021-22 का बजट पेश करेंगे.
क्या था मामला ?
26 फरवरी को हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ था. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान ही नेता विपक्ष ने इसे झूठ का पुलिंदा बताया था और फिर विधानसभा परिसर में कांग्रेस ने नारेबाजी की थी. इसके बाद परिसर में नारेबाजी कर रहे कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल के काफिले का घेराव किया और राज्यपाल की कार के आगे लेट गए. जिसके बाद सदन में नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री समेत कांग्रेस के 5 विधायकों को शेष बजट सत्र के लिए निलंबत करने का प्रस्ताव सदन में पास हुआ था. इसके बाद से कांग्रेस विधायक विधानसभा परिसर में धरने पर बैठ गए थे.
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