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कांग्रेस ने शिमला में निकाला कैंडल मार्च, महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष रखा मौन

कोरोना से लोगों की मौतों को लेकर और देश में आंदोलनरत किसानों की मृत्यु और उनकी आत्मा की शांति के लिए कांग्रेस ने शिमला में कैंडल मार्च निकाला. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों के लिए सरकार को दोषी ठहराते भी उनकी नीतियों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि सरकार इस महामारी से निपटने में पूरी तरह से असफल साबित हुई है. सरकार का कोई भी निर्णय जनहित में नहीं रहा है.

Congress candle march in Shimla
कांग्रेस ने शिमला में निकाला कैंडल मार्च

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Published : Dec 26, 2020, 7:03 PM IST

शिमला: हिमाचल में हुई कोरोना से लोगों की मौतों को लेकर और देश में आंदोलनरत किसानों की मृत्यु और उनकी आत्मा की शांति के लिए कांग्रेस ने शिमला में कैंडल मार्च निकाला.

प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन से रिज मैदान तक आयोजित इस मौन जुलूस में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप राठौर, पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए और महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष मौन रखा गया.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों के लिए सरकार को दोषी ठहराते भी उनकी नीतियों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि सरकार इस महामारी से निपटने में पूरी तरह से असफल साबित हुई है. सरकार का कोई भी निर्णय जनहित में नहीं रहा है.

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'सरकार ने किसी भी वर्ग को ना तो कोई राहत दी और ना ही किसी की सहायता'

राठौर ने कहा कि बढ़ती महंगाई बेरोजगारी से लोग त्रस्त हैं. सरकार ने किसी भी वर्ग को ना तो कोई राहत दी और ना ही किसी की सहायता की है. राठौर ने नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है.

'किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश'

उन्होंने कहा कि मानव का अन्नदाता पिछले 1 महीने से सड़कों पर हैं. सरकार वार्ता के नाम पर उनसे छल कर रही है. किसानों के आंदोलन को जिस तरह से बदनाम करने की कोशिश की जा रही है उससे साफ है कि सरकार के मन में किसानों के प्रति खोट भरी है.

राठौर ने किसान आंदोलन में शहीद हुए कृषकों के प्रति प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इन महान लोगों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार को या काले कानून वापस लेने ही पड़ेंगे.

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