शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की. मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि लाॅकडाउन के सख्ती से लागू होने के बाद अनलाॅक के दौरान लोगों द्वारा बरती गई लापरवाही के कारण पिछले दो महीनों में प्रदेश में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है और बहुत से लोगों की जान भी गई है. सीएम जयराम ने जिला अधिकारियों द्वारा ‘एक्टिव केस फांइनडिंग अभियान’ को सफल बनाने में निभाई भूमिका की सराहना की.
मुख्यमंत्री जयराम ने प्रदेश में नशे के बढ़ते हुए मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस सामाजिक बुराई से सख्ती से निपटना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस सामाजिक बुराई से निपटने के लिए प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए और इस मामले में उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है.
नशा तस्करों की संपत्ति की जाए जब्त
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को उचित प्रतिक्रिया के लिए लोगों के साथ निरन्तर संवाद करना चाहिए. मुख्यमंत्री जयराम ने पुलिस अधीक्षकों को नशाखोरी को रोकने के लिए सम्बन्धित जिलों में बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने के निर्देश दिए. जो लोग नशाखोरी में संलिप्त हैं, उनकी सम्पत्ति जब्त की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रभावी पुलिस निगरानी सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उपायुक्त सम्बन्धित जिलों में निर्माणाधीन सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कार्य निर्धारित समय पर पूरा करना सुनिश्चित करें. जो परियोजनाएं पूरा होने की कगार पर हैं, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा कि एफआरए और एफसीए स्वीकृति में देरी के कारण विकासात्मक परियोजनाएं प्रभावित न हो यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
बर्फीलें इलकों में लगेंगे लोहे के बिजली के पोल
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने दो वर्षों के भीतर सभी शेष पंचायतों में सड़क सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि इन में से अधिकांश पंचायतें एफआरए और एफसीए की स्वीकृति न मिलने के कारण सड़क सुविधा से वंचित है. सर्दियों में बर्फीले क्षेत्रों, जहां भारी बर्फबारी के कारण बहुत से लकड़ी के खम्बे क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. वहां निबार्ध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 31 मार्च, 2021 तक सभी लकड़ी के खम्बों को बदल कर लोहे के खम्बे लगाएं जाएंगे.