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रिज के धंसते हिस्से पर बनेगा व्यावसायिक परिसर, 26 करोड़ आएगा खर्च

ऐतिहासिक रिज मैदान के धंसते हिस्से को बचाने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत व्यावसायिक परिसर बनाया जाएगा. इसके लिए आईआईटी रुड़की से धंसते क्षेत्र में स्ट्रक्चर तैयार करवाया जा रहा है. इसका कार्य लोक निर्माण विभाग को दिया गया है. परिसर बनाने के लिए 26 करोड़ का खर्च आएगा.

sunken side of ridge
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Published : Dec 3, 2020, 7:35 PM IST

शिमला: शिमला के रिज मैदान के धंसते हिस्से को बचाने लिए अब स्मार्ट सिटी के तहत व्यावसायिक परिसर बनाया जाएगा. इसके लिए आईआईटी रुड़की से धंसते क्षेत्र में स्ट्रक्चर तैयार करवाया जा रहा है. इसका कार्य लोक निर्माण विभाग को दिया गया है.

जल्द ही इसके लिए लोक निर्माण विभाग टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा और उसके बाद कार्य शुरू किया जाएगा. माइक्रो पायल से पहले स्ट्रक्चर बनाया जाएगा. उसके बाद परिसर बनाया जाएगा जिस पर 26 करोड़ का खर्च आएगा.

लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजिनियर ऐके सोनी का कहना है कि आईआईटी रुड़की से फाइनल डिजाइन आने के बाद ही टेंडर प्रकिया शुरू होगी और एस्टिमेट तैयार किया जाएगा.

वीडियो.

पहली स्टेज में पद्मदेव कॉम्प्लेक्स तक होगा काम

उन्होंने बताया कि रिज को धंसने से बचाने का कार्य दो स्टेजों में किया जाएगा. पहली स्टेज में गेयटी थियेटर से लेकर पद्मदेव कॉम्प्लेक्स तक काम किया जाएगा. जिसका अनुमानित खर्च लगभग 26 करोड़ तक होगा. वहीं, दूसरी स्टेज में पद्मदेव कॉम्प्लेक्स से लेकर लक्कड़ बाजार तक मरम्मत कार्य आरंभ किया जाएगा.

रिज का धंसा हुआ हिस्सा.

उन्होंने कहा कि टेंडर प्रकिया में लगभग 1 महीने का समय लग सकता है. ऐसे में बर्फबारी के बाद फरवरी मार्च तक रिज पर मरम्मत कार्य तेज गति से शुरू कर दिया जाएगा.

सैलानियों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है रिज

बता दें कि शिमला का ऐतिहासिक रिज मैदान सैलानियों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है, लेकिन साल 2011 से रिज मैदान का कुछ हिस्सा धंसता चला गया, जिसके बाद से सरकार लगातार रिज के धंसते हिस्से को बचाने के प्रयास में जुटी हुई है.

सरकार और प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास जमीन पर नहीं उतर पाए और रिज धंसता चला गया. एक बार फिर रिज के धंसते हिस्से को बचाने की कवायद के लिए इसकी टेंडरिंग कर दी गई है. जिसका काम जल्द शुरू हो जाएगा.

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