शिमला: छोटा पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश नौकरशाहों की कमी के तौर पर बड़ी परेशानी झेल रहा है. सरकार किसी की भी हो, यहां से अफसर सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने को लालायित रहते हैं. अब सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान सचिव और सीनियर आईएएस अधिकारी भरत खेड़ा सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने के लिए तैयार हैं. इसके अलावा एक और नौकरशाह ऋगवेद ठाकुर भी केंद्र में जाने वाले हैं. आलम ये है कि हिमाचल सरकार में सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने वाले अफसरों की होड़ के अलावा एक दिक्कत हर साल सेवानिवृत होते आईएएस अधिकारियों के रूप में भी है. चार सीनियर आईएएस इस साल रिटायर हुए तो तीन अधिकारी आने वाले समय में रिटायर होने वाले हैं.
हिमाचल में आईएएस का कुल कैडर 151 अफसरों का सेंक्शन है. इसमें से 113 अधिकारी ही राज्य में सेवाएं दे रहे हैं. अब दो अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले जाएंगे तो यह संख्या 111 रह जाएगी. फिर मार्च 2024 तक तीन अधिकारियों के रिटायर हो जाने पर ये संख्या 108 ही रह जाएगी. इसका नुकसान ये होता है कि एक अफसर को एक साथ अनेक विभाग देखने पड़ते हैं. इससे कामकाज पर असर पड़ता है. मौजूदा सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार का नारा व्यवस्था परिवर्तन का है, लेकिन नौकरशाहों की कमी के कारण इस व्यवस्था परिवर्तन की राह में रोड़े आ रहे हैं.
भरत खेड़ा इसी साल यानी 2023 की शुरुआत में सीएम के प्रधान सचिव बनाए गए थे. उनके पास कई अन्य महत्वपूर्ण विभाग भी हैं. वे 1995 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उनसे पहले आईएएस अधिकारी शुभाषीश पांडा सीएम के प्रधान सचिव थे. वे भी सेंट्रल डेपुटेशन पर चले गए थे. वहीं, डॉ. रजनीश भी सेंट्रल डेपुटेशन पर गए थे तो, उनके स्थान पर 1998 बैच के आईएएस देवेश कुमार को कार्यभार दिया गया था. इसके अलावा यंग आईएएस ऑफिसर देबाश्वेता बनिक भी डॉ. रजनीश, शुभाषीष पांडा के साथ ही सेंट्रल डेपुटेशन पर गई हैं. पूर्व जयराम सरकार के समय भरत खेड़ा के पास गृह विभाग जैसा अहम महकमा था. मजेदार बात ये थी कि दो साल पूर्व भी भरत खेड़ा सेंट्रल डेपुटेशन पर थे और वहां से हिमाचल लौटे थे. अब दो साल बाद वे फिर से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी में हैं.
आईएएस ही नहीं, आईपीएस भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर:हिमाचल में केवल आईएएस अधिकारी ही नहीं, बल्कि आईपीएस अफसर भी सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं. इनमें सबसे प्रमुख नाम तपन डेका का है। वर्ष 1998 बैच के हिमाचल कैडर के आईपीएस अफसर तपन डेका इस समय आईबी प्रमुख हैं. उनके अलावा 1990 बैच के अफसर एसबी नेगी केंद्रीय कैबिनेट सचिवालय में एडिशनन सेक्रेटरी हैं. वर्ष 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. अतुल वर्मा डीजी कम्पीटिशन कमीशन के पद पर हैं. डॉ. अतुल मई 2020 तक हिमाचल में ही सेवारत थे और बाद में डेपुटेशन पर गए. इसी तरह वर्ष 1993 बैच के अनुराग गर्ग, अशोक तिवारी, रित्विक रुद्र भी सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं. कुल मिलाकर हिमाचल के इस समय 19 आईपीएस अफसर सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं. इनमें तपन डेका के अलावा एसआर ओझा, एसबी नेगी, डा. अतुल वर्मा, अनुराग गर्ग, अशोक तिवारी, रित्विक रुद्र, राकेश अग्रवाल, एन वेणुगोपाल, अजय कुमार यादव, ज्ञानेश्वर सिंह, डा. अतुल डी. फुलझेले, आसिफ जलाल, सोनल मोहन अग्निहोत्री, अशोक कुमार, अभिषेक दुल्लर, रानी बिंदु, वीना भारती व अनुपम शर्मा का नाम शामिल है.