हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

हिमाचल में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना ग्रीन स्टेट के लक्ष्य की ओर मजबूत कदम : सीएम सुखविंदर सुक्खू - मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

Electric Vehicle and charging station in Himachal: हिमाचल सरकार ने 2026 तक प्रदेश को ग्रीन स्टेट बनाने का लक्ष्य रखा है. इसी कड़ी में प्रदेशभर में चार्जिंग स्टेशन लगाने से लेकर ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा है कि ये ग्रीन स्टेट के लक्ष्य की ओर मजबूत कदम है.

CM Sukhvinder Sukhu
CM Sukhvinder Sukhu

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jan 13, 2024, 2:37 PM IST

शिमला: हिमाचल सरकार ने प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं. इसी के तहत राज्य सरकार ने किरतपुर-बिलासपुर-मंडी-कुल्लू-मनाली-केलांग ग्रीन कॉरिडोर के संचालन से एक ऐतिहासिक कीर्तिमान हासिल किया है. जिसमें सात इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन लगाए गए हैं जिनका जल्द ही शुभारंभ किया जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्त वर्ष 2023-24 के बजट भाषण में इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य भर में छह ग्रीन कॉरिडोर स्थापित करने की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री ने अपने पहले ही बजट में राज्य को आगामी वर्षों में ग्रीन स्टेट बनाने का ऐलान किया था और इसी कड़ी में कई घोषणाएं की थी.

इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड ने रणनीतिक रूप से किरतपुर-बिलासपुर-मंडी-कुल्लू-मनाली-केलांग ग्रीन कॉरिडोर पर घंडल, दाड़लाघाट के समीप दसेरन, बिलासपुर के पास नौणी, जडोल, नेर चौक बाईपास, कुल्लू में भूतनाथ मंदिर पुल के सामने और केलांग में सात ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं. शिमला से केलांग जाने वाले इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को भी चार्जिंग स्टेशनों से लाभ होगा. इन स्टेशनों को स्थापित करने का उद्देश्य परिवहन के बेहतर साधन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ई-चालकों को सुखद यात्रा की सुविधा प्रदान करना है.

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 6 घोषित ग्रीन कॉरिडोर में परवाणू-नालागढ़-ऊना-हमीरपुर-देहरा-अंब-मुबारकपुर-संसारपुर-टैरेस-नूरपुर, पांवटा-नाहन-सोलन-शिमला, परवाणू-सोलन-शिमला-रामपुर-पिओ-पूह-ताबो-काजा-लोसर, शिमला-बिलासपुर-हमीरपुर-कांगड़ा-नूरपुर-बनीखेत-चंबा, मंडी-जोगिंदरनगर-पालमपुर-धर्मशाला-कांगड़ा-पठानकोट तथा किरतपुर-बिलासपुर-मंडी-कुल्लू-मनाली-केलांग-जिंगजिंगबार जैसे प्रमुख मार्ग शामिल हैं. इसके अतिरिक्त अन्य पांच ग्रीन कॉरिडोर को पूरी तरह संचालित करने के प्रयास जारी हैं.

परिवहन विभाग ने अन्य प्रस्तावित ग्रीन कॉरिडोर के साथ 45 अतिरिक्त ईवी चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की है. राज्य सरकार इन स्टेशनों को स्थापित करने के लिए निजी ऑपरेटरों को 50% सब्सिडी प्रदान कर रही है. सुविधाजनक मार्ग पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने के महत्व पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं और हमें इस समस्या को रोकने के लिए पहले से ही कदम उठाने चाहिए. यही कारण है कि राज्य सरकार 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के तहत ई-टैक्सी, ई-बस और ई-ट्रक की खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान करने सहित विभिन्न प्रावधान पहले ही लागू किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस वर्ष से सरकारी क्षेत्र में डीजल-पेट्रोल वाहनों की खरीद पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-वाहनों को बढ़ावा देना बेहतर परिवहन के प्रति सरकार के समर्पण को दर्शाता है.

ये भी पढ़ें:हिमाचल कैबिनेट के फैसले: लोक निर्माण विभाग में भरे जाएंगे 85 पद, स्कूलों में नियुक्त होंगे 2600 गेस्ट टीचर

ABOUT THE AUTHOR

...view details