शिमला: राजधानी के सरकारी सेक्टर के प्रतिष्ठित गर्ल्स स्कूल पोर्टमोर के सभी क्लासरूम अब स्मार्ट होंगे. स्कूल में पांच करोड़ रुपए की लागत से नया गल्र्स हॉस्टल भी बनेगा. शिमला के गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर के सालाना समारोह में पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां से श्रीनिवास रामानुजन स्टूडेंट डिजिटल योजना भी आरंभ की. उन्होंने पोर्टमोर स्कूल की 16 मेधावी बेटियों को उक्त योजना के तहत लैपटॉप प्रदान किए. सीएम ने वर्ष 2021-22 के मेधावी विद्यार्थियों को घोषित की गई योजना में ये लैपटॉप दिए.
सीएम ने इस अवसर पर कहा कि टेबलेट हासिल करने वाले प्रदेश के कुल 10,540 विद्यार्थियों में से 7,520 बेटियां हैं. सालाना समारोह में सीएम ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार कर रही है. सरकार स्कूलों में अध्यापकों की कमी को दूर करेगी. अगले शैक्षणिक सत्र से शिक्षा में सुधार के लिए कई बेहतर कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि शानदार काम करने वाले दस स्कूलों का राज्य स्तर पर चयन किया जाएगा. इसके साथ ही जिला स्तर पर पांच स्कूलों का चयन किया जाएगा. इन्हें विशेष सुविधाएं दी जाएंगी.
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की स्मार्ट यूनिफार्म का फैसला एसएमसी और स्कूल प्रबंधन करेंगे. इस अवसर पर सीएम सुखविंदर सिंह ने छात्राओं के साथ संवाद किया और मेधावी छात्राओं को शाबासी दी. उन्होंने अपने संबोधन में छात्राओं को सफल भविष्य के सूत्र भी दिए. अपनी सरकार की कार्यप्रणाली का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य के 4000 अनाथ बच्चों को 'चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट' का दर्जा दिया गया है. इस योजना में ऐसे बच्चों की देख-रेख, शिक्षा और आत्मनिर्भर बनाने का जिम्मा राज्य सरकार ने लिया है.