दिल्ली से शिमला पहुंचे सुखविंदर सिंह सुक्खू. शिमला:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज दिल्ली से वापस शिमला आ गए हैं. सुखविंदर सिंह सुक्खू दो दिनों तक दिल्ली में रहे और फिर आज वहां से पहले चंडीगढ़ और फिर वहां से शिमला पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री ने दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान वह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला से मिले. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नेताओं के साथ मंत्रिमंडल के गठन को लेकर चर्चा की है. (CM Sukhvinder Singh Sukhu reach Shimla from Delhi)
सुखविंदर के मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर संशय-हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की कल मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना को लेकर संशय है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि उन्होंने हाईकमान के साथ मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर चर्चा की है. हिमाचल में संभावित मंत्रियों की सूची राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल, राजीव शुक्ला को सौंप दी है. अब जब वह इस सूची को फाइनल करेंगे तभी मंत्रिमंडल का विस्तार हो पाएगा. उन्होंने कहा कि अगर सूची को कल तक फाइनल किया जाता है तो कल भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है और अन्यथा आगे होगा. (CM Sukhvinder on Cabinet expansion in Himachal)
कांग्रेस सरकार में मंत्री पद के कई दावेदार-हिमाचल में सुखविंदर सुक्खू की सरकार को बने हुए करीब एक माह होने को है. लेकिन अभी तक मंत्रिमडल का विस्तार नहीं हो पाया है. 11 दिसंबर को सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीएम और मुकेश अग्निहोत्री ने डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली थी, मगर मंत्री पद के दावेदारों की अधिक संख्या के चलते सुखविंदर सिंह सुक्खू मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं कर पा रहे. नए मंत्रियों को बनाने में शिमला और कांगड़ा जिलों में पेंच फंसा हुआ है. शिमला जिले में मंत्री पद की दौड़ में विक्रमादित्य सिंह, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह, कुलदीप सिंह राठौर शामिल हैं. (Cabinet expansion in Himachal )
मंत्रिमंडल गठन सीएम के लिए चुनौतीपूर्ण-जबकि कांगड़ा जिले में चंद्र कुमार, सुधीर शर्मा, संजय रत्न, आशीष बुटेल हैं. हालांकि कुलदीप सिंह पठानिया को विधानसभा का अध्यक्ष बनाकर चंबा जिले की दावेदारी मंत्रीमंडल में खत्म हो गई है. बिलासपुर से राजेश धर्माणी, कुल्लू से सुंदर सिंह, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, सोलन से धनीराम शांडिल, सिरमौर जिले से हर्षवर्धन चौहान मंत्री पद के दावेदार हैं. मंत्रीमंडल में सीएम और डिप्टी सीएम सहित अधिकतम 12 सदस्य हो सकते हैं. ऐसे में अब अधिकतम 10 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. यही वजह है कि अधिक दावेदार होने से मंत्रिमंडल का गठन करना सीएम के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है.
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