मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री शिमला:हिमाचल विधानसभा में विपक्ष के सदस्यों द्वारा चेन लेकर प्रदर्शन करने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल विधानसभा की अपनी गरिमा रही है, लेकिन विपक्ष के सदस्य आज लोहे की चेन लेकर विधानसभा पहुंच गए, जोकि गंभीर मसला है. इस बारे में विपक्ष से बात करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का रवैया सही नहीं है. उन्होंने कहा कि विपक्ष का विरोध करने का हक है, लेकिन उसे एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार विपक्ष की बात सुनने के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने आज बिना नोटिस के वॉकआउट किया. कांग्रेस के विधायकों पर धक्का-मुक्की के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे किसी भी विधायक ने धक्का-मुक्की नहीं की है. हिमाचल की विकास दर में कमी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पिछली सरकार की मिसमैनेजमेंट का ही परिणाम है. पूर्व सरकार ने जनता के धन को लूटा है.
विधानसभा वाटर सेट बिल पास होने को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ऐतिहासिक बताया है. उन्होंने कहा कि इस बारे में जो भी चिंता है, हम उनका निवारण करेंगे. हिमाचल 172 विद्युत परियोजनाओं पर वाटर सेस लगाएगा. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वाटर सेस लगाने का मसला पिछले 50 सालों से लंबित था, लेकिन आज तक किसी ने इसकी इच्छाशक्ति नहीं दिखाई. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इच्छाशक्ति दिखाकर वाटर सेस लागू किया है. उन्होंने इसके लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री के साथ-साथ विपक्ष का भी आभार जताया.
अग्निहोत्री ने कहा कि इस बारे में जो भी चिंताएं हैं उस पर हम बातचीत करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि पानी राज्य का क्षेत्राधिकार है. ऐसे में हिमाचल ने वाटर सेस लागू किया है.एक सवाल के जवाब में अग्निहोत्री ने कहा कि वाटर सेस हिमाचल की सीमा के अंदर बहने वाले पानी और यहां के प्रोजेक्ट पर ही लगेगा. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग ने आय बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. अन्य सभी विभागों को भी इस तरह कदम उठाने चाहिए, क्योंकि आज हिमाचल 75 हजार करोड़ का कर्ज है. इसके अलावा 11000 करोड़ के आसपास की देनदारियां हैं
विपक्ष के आज के वॉकआउट पर मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष ने आज कोई नोटिस नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने जो वॉकआउट किया है, वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार बचाने के लिए 900 से ज्यादा संस्थान खोले, लेकिन सरकार नहीं बचा पाए. इस तरह संस्थान खोलने के लिए जयराम ठाकुर को सदन से माफी मांगनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि अब सरकार बदल गई है. जयराम ठाकुर को यह समझ लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोई सरकार को डिक्टेट नहीं कर सकता. सरकार अपने विवेक से काम करेगी. मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष से कहा कि उनका सफर लंबा है जो काटे नहीं काटा जाएगा इसीलिए शांति बनाए रखें.
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