शिमला: राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव बीबी स्वैन ने मुलाकात की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय सचिव सहित अन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई. जिसमें हिमाचल प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के विस्तारीकरण एवं सुदृढ़ बनाने पर चर्चा की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार इसके लिए विशेष रुप से प्रयासरत है. प्रदेश में छोटे उद्यमियों के लिए बेहतर वातावरण विकसित किया जा रहा है.
प्रदेश में छोटे उद्यमियों के लिए क्लस्टर स्थापित:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल, पर्यटन, ग्रीन हाईड्रोजन, ग्रीन आईटी सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय क्लस्टर विकास कार्यक्रम के तहत प्रदेश में कैन एवं बांस पर आधारित, पारंपरिक फुटवियर, चाय आधारित उद्योग, बुनाई, फूड प्रोसेसिंग इत्यादि क्षेत्रों में क्लस्टर स्थापित करने का प्रस्ताव है. मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में अभी तक टाहलीवाल, परवाणू, जीतपुर बैहरी, खड़ीन और गौंदपुर क्षेत्र में क्लस्टर को स्वीकृत प्रदान हुई है.
'केंद्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव': इसके अलावा बद्दी और हरोली में भी दो क्लस्टर की स्थापना के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उद्योग विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि प्रस्तावित क्लस्टर के आधारभूत संरचना का प्रस्ताव 10 दिन के अंदर केंद्र को भेजा जाए. मुख्यमंत्री ने इसके अलावा जुलाई तक रणनीतिक निवेश नीति (एसआईपी) के अंतर्गत प्रपोजल तैयार कर केंद्र भेजने के निर्देश भी दिए. इस प्रस्ताव के पारित होने पर प्रदेश में छोटे उद्यमों में अनुमानित 150 करोड़ से 200 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त होगी.