शिमला:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बालिका आश्रम टूटीकंडी शिमला में बालिकाओं के साथ अपना 59वां जन्मदिन मनाया और उन्हें मिठाइयां बांटी. इस अवसर पर केक भी काटा गया और बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया. मुख्यमंत्री की शपथ लेने पर भी सुखविंदर सिंह सुक्खू सचिवालय जाने की बजाए सबसे पहले इसी आश्रम गए थे. तब उन्होंने यहां रह रही बालिकाओं की संवेदनाओं को समझा और निराश्रित बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना का ऐलान किया. इस योजना के तहत सरकार निराश्रित बच्चों की स्कूल के बाद की पढ़ाई का खर्च वहन करेगी. यही नहीं इन बच्चों को 27 साल तक आश्रमों में रखा जाएगा और इसके बाद इन बच्चों को मकान बनाने के लिए जमीन और पैसे भी सरकार देगी. सरकार ने निराश्रित बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ दि स्टेट भी घोषित किया है.
विशेष रूम से सक्षम बच्चों के लिए भी सरकार ने तैयार की है योजना: इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के 6 हजार अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना आरंभ की है और विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए भी एक योजना तैयार की जा रही है, जिसे शीघ्र ही आरंभ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह योजना ऐसे बच्चों की क्षमता विकास और उनकी आकांक्षाओं को पूर्ण कर आजीविका अर्जित करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है. इससे पूर्व, विभिन्न क्षेत्रों और वर्गों के लोगों ने मुख्यमंत्री के निवास ओक ओवर में जन्मदिवस के अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके स्वस्थ जीवन एवं दीर्घायु की कामना की. मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी एवं हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्षा, कमलेश ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं.
प्रदेश सचिवालय में मुख्यमंत्री ने देहरादून में आयोजित अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवाएं कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने वाली हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं खेल नियंत्रण बोर्ड की टीम को भी सम्मानित किया. उन्होंने विजेता टीम को एक लाख रुपए देने की घोषणा भी की. मुख्यमंत्री ने जागरूकता पैदल यात्रा में भी शिरकत की, जिसमें सैंकड़ों स्वयंसेवकों ने भाग लिया. यह यात्रा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से सचिवालय से ओक ओवर तक निकाली गई.