शिमला: हिमाचल में 2 दशक बाद ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करने के साथ ही सुखविंदर सिंह सरकार ने अपनी पहली गारंटी पूरी कर दी है. ओपीएस बहाली के वादे ने कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. चूंकि कैबिनेट की पहली मीटिंग हो गई और कैबिनेट का विस्तार भी कर दिया गया है, लिहाजा अब सीएम सुखविंदर सिंह ने अफसरों को अपने ड्रीम बजट के लिए तैयारी पर लगा दिया है.
5 सेक्टर्स को प्राथमिकता:सत्ता में आने के बाद से ही सीएम सुखविंदर सिंह ने 5 सेक्टर्स को अपनी प्राथमिकता बताया था. उद्योग, पर्यटन, ऊर्जा, शिक्षा और स्वास्थ्य में नए प्रयोग करने और इन सेक्टर्स की दशा सुधारने के लिए सीएम के पास अपने आइडियाज हैं. पर्यटन सेक्टर को अधिक मजबूत करने के लिए नए आइडियाज लागू किए जाएंगे. हर जिले में हेलीपोर्ट बनाने और ग्रीन ट्रांस्पोर्ट का प्रयोग सुनिश्चित करने के लिए सीएम ने पहले ही निर्देश जारी कर दिए हैं.
जटिलताएं खत्म की जाएंगी:हर जिले के डीसी को हेलीपोर्ट के लिए जमीन चयन करने का आदेश जारी किया जा चुका है. सीएम सुखविंदर सिंह का कहना है कि वे व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं. कुछ कड़े फैसले भी लेने पड़े तो लिए जाएंगे. उद्योगों में सिंगल विंडो सिस्टम खत्म करके सीएम ने संकेत दिए हैं कि वे बंधे-बंधाए ढर्रे पर नहीं चलेंगे. उर्जा सेक्टर में हिमाचल के हितों को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. इसी तरह निवेश के लिए हिमाचल आने वाले कारोबारियों को आसानियां पैदा करने के लिए नियमों की जटिलताएं खत्म की जाएंगी.
हर जिले के हिसाब से रोडमैप:सीएम सुखविंदर सिंह का विजन है कि हिमाचल के हर जिले के पास अपना अलग पोटेंशियल है. जिला विशेष के पोटेंशियल के हिसाब से ही पर्यटन का ढांचा विकसित किया जाएगा. जिस जिले में जैसे उद्योग का वातावरण होगा, वहां उसी के अनुसार काम होगा. इससे रोजगार सृजन भी होगा.अफसरों को इसके लिए रोडमैप तैयार करने को कहा गया है.स्वास्थ्य के क्षेत्र में आधारभूत ढांचे को मजबूत करना सीएम सुखविंदर सिंह की प्राथमिकता है.
हेल्थ सेक्टर में परिवर्तन:हिमाचल में 6 मेडिकल कॉलेज अस्पताल हैं. रीजनल अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टर्स की कमी है. चुनाव पूर्व सीएम सुखविंदर सिंह की धर्मपत्नी ने कहा था कि वे चाहती हैं कि हेल्थ सेक्टर में जमीनी स्तर पर परिवर्तन हो. सीएम सुखविंदर सिंह की धर्मपत्नी ने आईजीएमसी अस्पताल की कैजुअल्टी में अपने एक पूर्व अनुभव का जिक्र किया था और कहा था कि वहां व्यवस्था सुधारने की जरूरत है.