शिमला:हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हो गया है.जिसको लेकर कांग्रेस सरकार धर्मशाला में जश्न मना रही है. इस कार्यक्रम के दौरान सुक्खू सरकार अपने एक साल के कार्यकाल में हुए कार्य और उपलब्धियों के बारे में बताएगी. वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि कांग्रेस सरकार सत्ता का सुख भोगने के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता में आई है.
सभी गारंटियों को चरणबद्ध रूप से किया जाएगा पूरा: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कांग्रेस की सरकार हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आई है. जिसका प्रमाण है कि खराब वित्तीय हालत के बावजूद सरकार ने जनहित में निर्णय लिए हैं. जिसका लाभ समाज के हर वर्ग को हुआ है. सरकार ने एक साल में ही तीन-तीन गारंटियों को लागू कर चुनाव के वक्त जनता से किए गए वादों को पूरा करने का सफल प्रयास किया है. आने वाले समय में अन्य गारंटियों को भी चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा.
'भाजपा सिर्फ विरोध के लिए कर रही विरोध':मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकार के एक साल के कार्यकाल को शानदार बताया. उन्होंने कहा आम जनता की सुविधा के लिए सरकार ने कई बड़े निर्णय लिए है. वहीं, सरकार ने खराब वित्तीय स्थिति होने के बावजूद जनता के किए गए वादों को निभाने का प्रयास किया है, जो गारंटियां बच गई हैं, उन्हें भी चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा. सरकार के खिलाफ भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा केवल विरोध के लिए सरकार का विरोध कर रही है.
सत्ता संभालते ही सुख आश्रय योजना शुरू:सुक्खू सरकार ने 11 दिसंबर 2022 को सत्ता में आई थी. प्रदेश सचिवालय में कार्यभार संभालने से पहले ही बालिका आश्रम पहुंचकर सुख आश्रय योजना शुरू करने का ऐलान कर सरकार निराश्रित बच्चों के प्रति अपनी संवेदना दिखाई. जिसमें सरकार ने अनाथ बच्चों को गोद लेकर, उन्हें स्टेट ऑफ द चिल्ड्रन घोषित किया. जिससे मुख्यमंत्री की लोग की बीच संवेदनशील होने की छवि उभर कर सामने आई. सरकार ने सभी निराश्रित बच्चों को 27 साल की आयु तक उनके हर तरह के खर्चे उठाने का फैसला लिया है. सरकार का दावा है कि ये अपने आप में एक सराहनीय प्रयास है.