शिमला:हिमाचल में आई आपदा को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पीटीआई को इंटरव्यू दिया है. इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा इस बार मानसून ने प्रदेश में भारी तबाही मचाई है. बाढ़ और भारी बारिश से बर्बाद हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण में एक साल का वक्त लगेगा, लेकिन राज्य पहाड़ जैसी इस चुनौती के लिए तैयार है.
पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में सीएम सुक्खू ने कहा इस सप्ताह और जुलाई में भारी बारिश के दो विनाशकारी दौर में राज्य को लगभग 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस सप्ताह बारिश के कारण प्रदेश में भूस्खलन से कई सड़कें बाधित हुई है. वहीं कई घर गिर गए. इस हफ्ते आई प्राकृतिक आपदा में करीब 60 लोगों की मौत हो गई. वहीं, मलबे में और भी लोगों के दबे होने की आशंका है.
सीएम सुक्खू ने कहा सड़कों और जल परियोजनाओं के पुनर्निर्माण में समय लगता है, लेकिन सरकार इस प्रक्रिया में तेजी ला रही है. हमें एक साल के भीतर बुनियादी ढांचे को पूरी तरह से बहाल करना होगा. मैं इसी को ध्यान में रखकर काम कर रहा हूं. ये बहुत बड़ी चुनौती है, पहाड़ जैसी चुनौती है. उन्होंने कहा, लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं हैं.
राज्य सरकार चार साल में हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर और 10 साल में देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने के अपने दृष्टिकोण को जारी रखेगी, लेकिन इस त्रासदी से उभरने में हमें एक साल लगेगा. सुक्खू ने कहा रविवार से हो रही लगातार बारिश से प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा पहली ऐसा हुआ है कि एक ही दिन में 50 लोगों की मौत हो गई.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा राज्य में संरचनात्मक डिजाइनिंग की कमी है. जिसकी वजह से नदी नाले किनारे बनी इमारतें जगह-जगह जल प्रवाह के प्राकृतिक मार्ग को बाधित करती हैं. संरचनाओं को डिजाइन करने पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है. उन्होंने कहा नदी घरों में नहीं घुसी, घर नदी में घुस गए.