शिमला:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को एम्स दिल्ली से शिमला लौटे. इस दौरान उन्होंने डीजीपी संजय कुंडू और कारोबारी निशांत शर्मा विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि व्यवसायी ने डीजीपी से अपनी जान और संपत्ति को खतरा होने का आरोप लगाया है, लेकिन शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने से पहले तथ्यों को सत्यापित किया जाना चाहिए. बता दें कि मामले में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने बीते ही दिन राज्य पुलिस को नोटिस जारी कर व्यवसायी द्वारा डीजीपी के खिलाफ दायर शिकायत पर स्थिति रिपोर्ट मांगी है.
हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू के खिलाफ शिकायत पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएम सुक्खू ने कहा "एफआईआर दर्ज करने से पहले शिकायत के तथ्यों को सत्यापित करना होगा. उन्होंने कहा यह कानून की सामान्य प्रक्रिया है और हम हाईकोर्ट में भी यही जवाब देंगे. सीएम ने कहा कोई भी मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों सहित किसी के भी खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकता है, लेकिन एफआईआर दर्ज करने से पहले तथ्यों का पता लगाना और सत्यापित करना होगा. उन्होंने कहा कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, न तो सीएम और न ही डीजीपी."
शिमला एसपी संजीव कुमार गांधी ने शुक्रवार को 16 नवंबर को मामले में स्थिति रिपोर्ट पेश करने के लिए अदालत से आधिकारिक संचार प्राप्त होने की पुष्टि की थी. शिमला एसपी को दी गई अपनी शिकायत में कारोबारी निशांत शर्मा ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भी चिह्नित किया है और हरियाणा में उन पर क्रूर हमले की एक घटना का हवाला देते हुए उन्हें, उनके परिवार के सदस्यों को डीजीपी और उनके सहयोगियों से संपत्ति को खतरा होने का आरोप लगाया है.