शिमला: ब्रिटिशकाल में शिमला के उपनगर संजौली के पास एक टनल के जरिए आवागमन होता था. ये सुरंग 1852 से लेकर अब तक आवागमन को आसान बना रही थी. अब इस सुरंग के समानांतर 47.36 करोड़ रुपए की लागत से नई टनल बनाई गई है. सोमवार को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका लोकार्पण किया. उल्लेखनीय बात ये है कि सुरंग के भीतर हिमाचल की संस्कृति के दर्शन होंगे. यहां विख्यात कलाकार हिम चटर्जी ने पहाड़ की लोक संस्कृति को दर्शाते म्यूरल बनाए हैं.
सुरंग की लंबाई 154.22 मीटर है. इसे संजौली-ढली टनल का नाम दिया जाता है. पुरानी सुरंग के समानांतर बनाई गई नई टनल का लोकार्पण करते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में इसका निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा था. वर्तमान सरकार के कार्यकाल में इसके कामकाज में तेजी लाई गई. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मौजूदा सरकार ने एक साल के भीतर इस सुरंग को तैयार किया है. सीएम ने आश्वस्त किया कि पुरानी सुरंग का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा.
ट्रैफिक संचालन होगा बेहतर: उल्लेखनीय है कि ढली सुरंग के नाम से विख्यात ये टनल वर्ष 1852 में तैयार की गई थी. तब यहां से पहाड़ के लिए खच्चर, घोड़ों आदि के जरिए आवागमन होता था. इस सुरंग का समय-समय पर जीर्णोद्धार किया गया. वर्तमान में इस सुरंग से पानी टपकता था. नई सुरंग के निर्माण की जरूरत थी. इसलिए नई सुरंग का निर्माण शुरू हुआ. अब इस सुरंग के बनने से ट्रैफिक संचालन बेहतर होगा.