शिमला:मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी में भी कांग्रेस के नेताओं ने वह किया जो पार्टी के लिए उचित था. जबकि संकट के इस दौर में उन्हें वह कार्य करने चाहिए थे, जो जनता के लिए हितकारी होते.
सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस भयंकर महामारी के दौरान भी कांग्रेस के नेता चौराहों और सड़कों पर निकल कर नारेबाजी करने लगे, जबकि लोगों को सहायता की आवश्यकता थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता इस प्रकार मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार को सलाह देने लगे जैसे उन्हें इस प्रकार की महामारी से निपटने का लंबा अनुभव रहा हो.
प्रदेश कांग्रेस नेताओं को आइना दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेसियों को उन पड़ोसी राज्यों की स्थिति पर एक बार नजर दौड़ा लेनी चाहिए, जिनमें आज हालात बहुत खराब हैं. राजस्थान और पंजाब जैसे राज्यों में जहां कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां लोगों को उनके हालात पर छोड़ दिया गया. सीएम ने कहा कि कांग्रेस शासित सरकारों में लोगों से कहा गया कि अस्पतालों में केवल तभी भर्ती किया जाएगा अगर उन्हें कोरोना संक्रमण के बाद गंभीर स्वास्थ्य परेशानियां झेलनी पड़ रही हों, लेकिन अगर हल्का बुखार और अन्य लक्षण है तो घर पर ही आइसोलेशन की सलाह दी गई है. जबकि हिमाचल प्रदेश में स्थिति सरकार के नियंत्रण में है. प्रदेश सरकार केवल उन्हीं लोगों को होम आइसोलेशन पर भेज रही है, जिनके पास पर्याप्त व्यवस्था है.
भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को केंद्र और प्रदेश सरकारों द्वारा शुरू की गई योजनाओं के बारे में जनता को जागरूक करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने समाज के प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए अनेक विकासात्मक योजनाएं शुरू की है. उन्होंने कहा कि राज्य में लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने के लिए हिम केयर योजना शुरू की गई है. जो केंद्र की आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाने से वंचित रहे हैं. वह लोग एमकेआर का लाभ उठा रहे हैं. इस योजना के अंतर्गत 91.43 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा चुकी है.