शिमला: मुख्यमंत्री ने सदन में कोविड-19 पर वक्तव्य देते हुए कहा कि इस विषय पर सदन में कई बार चर्चा हो चुकी है. इसके अवाला नियम-62 के तहत भी सदन में चर्चा की गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय भी जब उत्तर देना शुरू किया गया था तो विपक्ष सदन से बाहर चला गया था. वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए कल कैबिनेट की बैठक की गई थी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सदन में चर्चा के लिए बुधवार को नोटिस दिया था. लेकिन व्यवस्था के अनुसार ही उसे लगाया है. नियम-62 के तहत लगे प्रस्ताव के बाद ही वक्तव्य की बारी आती है. मुख्यमंत्री ने कहा कोविड से निपटने के लिए हमें मिलकर चलना होगा. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों की प्रदेश में संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मंगलवार को कैबिनेट में इंटर स्टेट आवाजाही खोलने पर निर्णय लिया गया. देश के लगभग सभी राज्यों में इंटर स्टेट मूवमेंट खोल दी गई है.
प्रदेश में आईसीएमआर की गाइडलाइन का पालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में ई-रिजिस्ट्रेशन की व्यवस्था थी वो इसलिए क्योंकि इससे यह जानकारी मिल सकती थी बाहर से जो लोग आ रहे हैं अगर वो पॉजिटिव आते हैं तो उनके कॉन्टेक्ट मिल सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से भी इस प्रकारी की व्यवस्था की गई थी इसलिए भी प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है. सीएम ने कहा आईसीएमआर की गाइडलाइन को पूरे में फॉलो किया जा रहा है लेकिन हमने इस व्यवस्था को थोड़ा और सख्त किया था.
उन्होंने कहा प्रदेश में 10 दिन तक मरीजों को आइसोलेशन में रखा जाता है और इसके बार टेस्ट किया जाता था और नेगेटिव आने के बाद घर भेज दिया जाता था लेकिन अगर पॉजिटिव आने के 10 दिन बाद मरीज को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने पर उसे घर में आइसोलेशन पर रखा जाता था. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कई बार ऐसी स्थिति भी आई की मरीजों के 3 से अधिक टेस्ट किए गए और तब तक अस्पताल में रखे गए जब तक नेगेटिव नहीं आई.
प्रदेश में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में लगातार कोविड मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है लेकिन प्रदेश सरकार लगातार समय पर निर्णय लेकर इस स्थिति को नियंत्रित कर रही है. मुख्यमंत्री नेकहा कि समय था जब प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए कोई व्यव्स्था नहीं थी प्रदेश में 8 पीसीआईर लैब और 2 सीबी लैब की व्यवस्था तुरंत की गई. इसके अलावा प्रदेश में तीन स्तरीय ढांचा विकसित किया गया जिसके तहत मरीजों की गंभीरता को देखते हुए इन अस्पतालों में भर्ती किया जाता था.
सीएम ने कहा कि समय था जब केवल 120 तक टेस्ट किए जा सकते थे लेकिन आज 5 हजार से अधिक टेस्ट किए जा सकते हैं. कोरोना मरीजों मं दुनिया भर में आक्सीजन की आवश्यकता रही है ऐसे में प्रदेश में तुरंत 500 आक्सिजन वाले आईसीयू कि व्यवस्थी की गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शिमला, टांडा और नालागढ़ में तीन सीएसआईआर अस्पताल खोल रही है.
मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण होम आइसोलेशन की शुरुआत