शिमला: पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार कुछ खास कदम उठाती नहीं दिख रही है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पेट्रोल और डीजल से प्रदेश सरकार फिलहाल स्टेट टैक्स घटाने के मूड में नहीं है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी कोरोना संकट के चलते कोई बड़ा कदम उठाने की स्थिति में नहीं है, लेकिन केंद्र का सक्षम नेतृत्व जल्द ही इस समस्या का समाधान भी निकाल लेगा.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी कमी आने के बावजूद देश में लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी की जा रही है. तेल मार्केटिंग कंपनियां 7 जून से लेकर अब तक लगातार कीमतों में इजाफा कर रही हैं. हालांकि, इस रविवार को तेल के दामों में बढ़ोतरी नहीं हुई. बीते रविवार को छोड़ दें तो हर रोज तेल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है.
राजधानी शिमला की बात करें तो पेट्रोल के दाम 79.02 रुपये और डीजल 72.12 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है. कच्चे तेल की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है, लेकिन देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. इतना ही नहीं देश में हवाई ईंधन के दामों में भी भारी बढ़ोतरी की गई है, जिससे आने वाले समय में हवाई उड़ानों के भी महंगे होने की आशंका है.
कोरोना संकट की मार झेल रही प्रदेश की जनता को अब महंगाई भी सताने लगी है. पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी से खाद्य पदार्थों के दामों में भी आने वाले दिनों में बढ़ोतरी देखी जा सकेगी. ऐसे में जहां कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन से लोगों के रोजगार जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर महंगाई भी अब प्रदेशवासियों को आने वाले दिनों में परेशान कर सकती है.
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