शिमला. कोरोना से युवक की मौत के बाद जिला प्रशासन द्वारा अपनाई गई लापरवाही पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त रुख अपनाया है. अंतिम संस्कार के समय नगर निगम का सहयोग नहीं मिलना, अंतिम संस्कार के समय देर रात को महिला अधिकारी की ड्यूटी लगना, डेड बॉडी वैन के काफी समय बीत जाने के बाद सड़क सेनिटाइज करना जिला प्रशासन और नगर निगम को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है.
वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि आगे से ऐसी लापरवाही न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा. प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर बोलते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा में एक और मरीज के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और ज्यादा सतर्क हो गई है. सरकार बाहरी राज्यों से लाए जा रहे लोगों की निगरानी के लिए अब एक्टिव केस फाइंडिंग की तरह निगाह अभियान चला रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बाहरी राज्यों से सभी को घर वापसी का इंतज़ाम किया, लेकिन देखने में आया है कि लोग ऐहतियात का पालन नहीं कर रहे हैं. सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार और सतर्क हो रही है और प्रदेशवसियों को घबराने की जरूरत नहीं है.
क्या है मामला?