शिमला: मानसून सूत्र के पहले दिन की कार्यवाही के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल के शुरू के तीन वर्षों का आकलन किया जाए, तो उस समय प्रदेश में अपराधिक घटनाओं के आंकड़े इससे भी अधिक थे. जहां तक मंत्री के जमीन खरीद का मामला है, इस मामले में मैंने इतना ही कहा कि शिकायत आई है और इसकी जांच की जाएगी. इस मामले को लेके मैंने कभी किसी एजेंसी का जिक्र नहीं किया.
मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि डॉ. राजीव बिंदल सदन में बैठे हैं और जब विपक्ष ने बिना तथ्यों के शोर मचाया और राजीव बिंदल पर दबाव बनाया. तब डॉक्टर राजीव बिंदल ने नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दिया. जब डॉक्टर राजीव बिंदल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद विपक्ष ने मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगना शुरू कर दिया.
वहीं, हिमाचल प्रदेश में कोरोना संकट काल में विपक्ष की भूमिका को लेकर सीएम जयराम ने कहा कि विपक्ष ने केवल शोर मचाया है और पत्र लिखे, लेकिन जो बातें उन्होंने कहीं और लिखी यदि उन पर अमल करते तो बहुत अच्छा होता. विपक्ष की सभी मांगे अनैतिक हैं, हिमाचल सरकार का ना ही कोई मंत्री इस्तीफा देगा और ना ही किसी को इस्तीफा देने की जरूरत है.
इसके साथ ही सदन में अपनी बात रखते हुए डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने मेरे विषय में बात की. मैंने इस्तीफा देते हुए गिनती की लाइनें और शब्द इस्तीफे में लिखे थे और स्पष्ट शब्दों में लिखा था कि किसी भी प्रकरण के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है. फिर भी किसी भी तरह से कोई जांच प्रभावित ना हो इसलिए मैं अपने पद से नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देता हूं.