शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश वन विभाग की अग्निशमन तैयारियों के तहत 2021 सीजन के तहत आज अपने सरकारी निवास ओकओवर शिमला से तीन वन अग्नि रोकथाम जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ये वाहन आने वाले आठ दिनों में राज्य में तीन अलग-अलग मार्गों से होकर गुजरेंगे. प्रत्येक वाहन में पीए सिस्टम के माध्यम से जंगल की आग के दुष्प्रभावों के बारे में समुदाय और हितधारकों को जागरूक किया जाएगा. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि आग लगने की घटनाओं से निपटने के वन विभाग के प्रयासों में हरसंभव सहायता करें.
वन संपदा, जैव-विविधता वनस्पति को पहुंचाती है क्षति
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जंगल की आग न केवल वन संपदा बल्कि क्षेत्र की जैव-विविधता, पारिस्थितिकी और पर्यावरण के साथ-साथ जीवों और वनस्पति को भी क्षति पहुंचाती है. ग्रीष्मकाल के दौरान बारिश न होने के कारण जंगल में चीड़ की पत्तियां एकत्रित हो जाती हैं जिसके कारण आग लगने की घटनाएं होती हैं. उन्होंने कहा कि जंगल की आग से मिट्टी की उर्वरता को क्षति, भू-क्षरण, जल स्रोतों के सूखने और जैव विविधता पर विपरीत प्रभाव पड़ते हैं.
आग से निपटने के प्रयासों में समुदाय की भागीदारी महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण लोगों की आजीविका जंगलों के पारिस्थितिकीय तंत्र से जुड़ी हुई है और वनों का दीर्घकालिक स्वास्थ्य उनके लिए भी लाभदायक होता है. वनों में आग लगने का मौसम पास आ रहा है और आग से निपटने के प्रयासों में समुदाय की भागीदारी महत्वपूर्ण है.
जागरूकता अभियान में स्थानीय बोली और प्रदर्शनियों का होगा इस्तेमाल
ऐसे में जंगल की आग के दुष्प्रभावों के बारे में समुदाय को जागरूक करने की आवश्यकता है. इस प्रकार के जागरूकता अभियान स्थानीय बोलियों और प्रदर्शनियों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों तक संदेश पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि वन विभाग द्वारा उठाए गए कदमों से जंगल की आग की घटनाओं को रोकने में काफी मदद मिलेगी.
पुस्तक और विवरणिका का किया विमोचन
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस अवसर पर वन अग्नि पर एक पुस्तक और विवरणिका का विमोचन भी किया. प्रधान मुख्य अरण्यपाल डॉ. सविता ने कहा कि जागरूकता अभियान के दौरान आठ दिनों में तीन अलग-अलग मार्गों पर 45 स्टेशनों को प्रचार टीम द्वारा कवर किया जाएगा. वाहन जंगल की आग के विभिन्न पहलुओं पर सूचनात्मक सामग्रियों से लैस हैं. इस अवसर पर वरिष्ठ वन अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.