शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरकार की तीन सालों की उपलिब्धयों को गिनाते हुए करते हुए कहा कि इस साल कोरोना महामारी ने विकास के कामों का बाधा डाली, लेकिन उनकी सरकार ने विकास की गति को रुकने नहीं दिया.
27 दिसंबर को जयराम सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं. पहले की सरकार की तरह विकास के मामले में भेदभाव नहीं किया गया. पिछली सरकार में तो विधायक उनकी अपने दल का होता था, लेकिन उनके हिसाब का नहीं होता था तो भी उसके काम रोक दिए जाते थे.
कोरोना महामारी की वजह से प्रदेश को हुए नुकसान पर बोलते करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि पहली तिमाही में प्रदेश की आर्थिकी को 54 फीसद नुकसान हुआ, जबकि दूसरी तिमाही में 37 फीसद और दिसंबर महीने में खत्म हो रही तिमाही में यह नुकसान 11 फीसद रह गया.
'कोरोना महामारी की वजह से उन्हें दो साल ही काम करने का मौका मिला'
सरकार के तीन साल पूरा होने के मौके पर राजधानी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जयराम ठाकुर ने कहा बेशक सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं, लेकिन उन्हें कोरोना महामारी की वजह से उन्हें दो साल ही काम करने का मौका मिला है.
यह साल तो कोरोना संकट से निपटने में ही चला गया. जयराम ने कहा कि प्रदेश में निजी निवेश आए इसके लिए उनकी सरकार ने पहल की व 96 हजार करोड़ के एमओेयू साइन किए गए. इनमें से 13 हजार करोड़ की ग्राउंड ब्रिक्रग सेरेमनी भी कर दी गई.
उन्होंने दावा किया कि इनमें से दस हजार का निवेश जमीन पर उतर गया है. दस हजार करोड़ की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आने वाले दिनों में कर दी जाएगी. अगर कोरोना नहीं आया होता तो अब तक 40 हजार करोड़ रुपए के प्रस्तावों की ग्राउंड ब्रेकिंग हो गई होती.