शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इन्वेस्ट इंडिया की ओर से 2020 संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार (यूएनसीटीएडी) प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार का उद्देश्य विश्व की श्रेष्ठ निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को सम्मानित करना है. यह पुरस्कार यूएनसीटीएडी की ओर से विश्व में 180 राष्ट्रीय निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों द्वारा किए गए कामों के मूल्यांकन के आधार पर दिया जाता है.
कोरोना ने पैदा हुई कई चुनौतियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों (आईपीए) के सामने बहुत-सी चुनौतियां पैदा की हैं. इस कारण एजेंसियों को सामान्य निवेश प्रोत्साहन से हटकर संकट प्रबंधन की सुविधा, सरकारी आपातकाल की अधिसूचना एवं आर्थिक राहत उपाय, संकट के समय सहायता सेवाओं के प्रावधान जैसे राष्ट्रीय कोविड-19 व्यापार प्रतिक्रिया प्रयासों पर बल देना पड़ा है. यह सब तब किया गया जब लॉकडाउन के दौरान ऑफिस बंद कर कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया.
एजेंसियों की निगरानी के लिए टीम गठित
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च, 2020 में यूएनसीटीएडी ने इस महामारी में एजेंसियों की प्रतिक्रिया की निगरानी करने के लिए एक टीम गठित की गई है. यूएनसीटीएडी ने अप्रैल और जुलाई 2020 में ‘आईपीए ऑब्जर्वर प्रकाशनों में निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों की ओर से किए गए सर्वश्रेष्ठ कामों को प्रकाशित किया. संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार-2020 प्रदान करने के लिए कोविड-19 महामारी को एजेंसियों के कामों के मूल्यांकन का आधार बनाया गया है.